
गदरपुर। आज के समय में अगर कोई चीज सबसे ज्यादा क्राइसिस में है तो वो है हमारा हेल्थ गेम। इसी मुद्दे पर गुरुवार को रुद्रपुर के होटल रेडिशन में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रसिद्ध योग गुरु सोहित योगी ने स्वास्थ्य और जीवनशैली पर अपने विचार रखे। उन्होंने साफ कहा कि लोग हेल्थ को लेकर जागरूक तो बहुत हैं, लेकिन प्रैक्टिस में अब भी बेहद पीछे हैं। “इंस्टा रील्स में फिटनेस देखकर मोटिवेशन मिल जाता है,पर असली मेहनत ग्राउंड पर होती है,” योग गुरु सोहित योगी ने जोर देकर कहा कि फिट और एनर्जेटिक रहने के लिए कोई रॉकेट साइंस नहीं चाहिए। बस तीन चीजें डेली लाइफ में सेट कर लें: संतुलित खानपान, अनुशासित दिनचर्या और नियमित व्यायाम। उनके मुताबिक शरीर को ईंधन चाहिए, जंक फ्यूल डालोगे तो मशीन गड़बड़ करेगी ही। “मार्केटिंग ने हेल्थ को भी ग्लैमर बना दिया है। असली काम तो घर की रसोई, खुली हवा और योग में है,”। योग गुरु ने आगे बताया कि आजकल लोग हेल्थ को ‘इवेंट बेस्ड’ बना चुके हैं। त्योहार के बाद डाइट, नए साल पर जिम जॉइन करना, शादी से पहले ट्रांसफॉर्मेशन वगैरह।“स्वास्थ्य कोई एक महीने का प्रोजेक्ट नहीं,यह लाइफस्टाइल है,” उन्होंने योग, प्राणायाम और ध्यान को सिर्फ बुजुर्गों का विषय मानने वाली सोच पर भी तंज कसा और कहा कि युवाओं को भी समझना चाहिए कि फिटनेस फिल्टर से नहीं,पसीने से मिलती है।
सोहित योगी ने सुबह सूर्योदय के साथ दिन शुरू करने,मौसमी फल और सादा भोजन अपनाने, प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाए रखने और रोज कम से कम एक घंटा योग व व्यायाम को समर्पित करने की सलाह दी। उन्होंने बताया कि आधुनिक जीवनशैली में स्ट्रेस सबसे बड़ा दुश्मन बन चुका है और योग ही उसका सबसे प्रभावी समाधान है। उन्होंने कहा कि शरीर हमारा पहला मंदिर है,इसके प्रति लापरवाही करोगे तो भविष्य में बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। “स्वास्थ्य ही असली धन है, बाकी सब बोनस है,”










