समाज के एक वर्ग की साजिश को खूब समझ रही है नगर की जनता पंजाबी समाज के वोट कांग्रेस और भाजपा को,मुस्लिम समाज के वोट कांग्रेस और निर्दलीय को जबकि पर्वतीय और देशी समाज भाजपा के अलावा कांग्रेस को समर्थन दे रहा है। इधर निर्दलीय जुल्फिकार भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चे का वरिष्ठ पदाधिकारी रह चुका है जिसे बागी करार देकर भाजपा ने निलंबित कर दिया जबकि प्रत्याशी जुल्फेकार का मैदान में होने का फायदा भाजपा को ही होना है। बसपा प्रत्याशी के मैदान में होने पर उसका भी फायदा मिलेगा भाजपा को

गदरपुर । नगर निकाय चुनाव में गदरपुर पालिका क्षेत्र बीस हजार वोटों वाली गदरपुर नगरपालिका में अध्यक्ष पद के चुनाव हेतु भाजपा, कांग्रेस बसपा के प्रत्याशी के साथ साथ निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं।यहां के अनुमानित आंकड़ों के मुताबिक मुस्लिम वोट लगभग 7200 पर्वतीय समाज 2000 वोट के लगभग है। सिख समाज का वोट लगभग 1000 हैं।पंजाबी समाज का वोट लगभग 3500 है।एस सी समाज का वोट लगभग 1300 है।देशी समाज का लगभग 6200 है।
यहां चुनाव में 3500 वोटों वाले पंजाबी समाज से मनोज गुंबर मिंटू मैदान में है जबकि एस सी समाज से आने वाले अनिल सिंह की पत्नी चंद्रा जोशी को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है।वहीं मुस्लिम समाज से निर्दलीय जुल्फिकार अली और बसपा से इस्लाम सैफी भी मैदान में हैं। भाजपा और कांग्रेस के लिए मुस्लिम समाज का वोट बड़ी चुनौती बना हुआ है।पंजाबी समाज जो सामने से कांग्रेस प्रत्याशी से जुड़ा है कांग्रेस प्रत्याशी की सभी सभाएं मुस्लिम समाज के बीच ही कराने पर उतारू है।मुस्लिम समाज के एक भाई का कहना है कि तीन हजार पांच सौ वोटों वाले समाज की एक बड़ी साजिश मुस्लिम समाज को अपना शिकार बनाना चाहती है।उसने कहा कि पंजाबी समाज ने कांग्रेस से अनिल सिंह को टिकट दिलाकर अपने ही भाजपा के प्रत्याशी मिंटू गुंबर को मजबूत किया है लेकिन गदरपुर की जनता इनकी साजिश मान रही है । गदरपुर की चेयरमैनी का फैसला पंजाबी समाज नहीं 20000 हजार वोट करेंगे।उन्होंने कहा कि 3500 वोट बैंक वाले लोग कांग्रेस के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और प्रत्याशी को धोखा देने में लगे हैं।वहीं अनिल सिंह मुस्लिम समाज में अपनी सभाएं करते हुए तो नजर आ रहे हैं उनका पूरा जोर मुस्लिम समाज पर है लेकिन शहर के दूसरे समाज में उनकी पकड़ ना के बराबर है।मुस्लिम समाज में सेंध मारने के लिए कांग्रेस प्रत्याशी एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है और पीछे से अनिल सिंह के साथ साजिश रच रहा एक समाज उनके दाएं बाएं तो नज़र आ रहा है लेकिन वे अपने समाज में कांग्रेस प्रत्याशी को ले जाने को तैयार नहीं है।वो कांग्रेस प्रत्याशी को मुस्लिम समाज के वोटों को समेटने तक ही सीमित रखना चाहता है।कुछ भी हो मुस्लिम समाज अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं है।कुछ भी हो तीन हजार पांच सौ वोटों वाले भाजपा प्रत्याशी की जीत तभी संभव है जब मुस्लिम,पर्वतीय और देसी समाज का बटवारा सामने से हो लेकिन यह तीनों समाज जातिवाद से ऊपर उठकर इन साजिशों को बारीकी से समझ रहे है।
देशी समाज से जुड़े एक युवक ने कहा कि अभी चुनाव में दो दिन बाकी है लेकिन पत्ते खुल चुके हैं ओर साजिश का पर्दाफाश हो चुका है। वही उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज अपने प्रत्याशी जुल्फकार अली से साथ मजबूती से खड़ा है।मुस्लिम समाज इनकी साजिश को जान चुका है। वही पंजाबी समाज भी भाजपा के पक्ष में रहने के साथ कांग्रेस से भी जुड़ा है जिसका लाभ कांग्रेस प्रत्याशी को मिल सकता है वहीं भाजपा के दिग्गज प्रचार प्रसार में मनोज गुंबर के पक्ष में जुटे हैं।






