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हर्षित कालरा का हो गया था मार्ग दुर्घटना में आकस्मिक निधन परिवार ने किया देहदान का संकल्प परंतु पोस्टमार्टम प्रक्रिया के चलते ऐसा नहीं हो सका

गदरपुर । मार्ग दुर्घटना में 23 वर्षीय युवक की आकस्मिक मौत के उपरांत परिजनों द्वारा दुख की घड़ी में धैर्य रखते हुए नेत्रदान के साथ देहदान का भी संकल्प किया गया,परंतु पोस्टमार्टम प्रक्रिया के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका जबकि नेत्रदान के संकल्प को डॉक्टरों की टीम द्वारा पूरा किया गया ।विदित होकि हर्षित कालरा,उम्र 23 वर्ष पुत्र श्री चंद्रशेखर कालरा निवासी ग्राम दौलतगंज ,पुलिस थाना गदरपुर उधमसह नगर आज सुबह अपनी बाइक से सिडकुल में काम करने घर से निकले कि बाइक डंपर की चपेट में आने के कारण मृत्यु हो गई। सोचो डिफरेंट संस्था के श्री संदीप चावला द्वारा श्री एस के मित्तल जी अध्यक्ष सी आर मित्तल नेत्रदान केंद्र तथा डा ललित उप्रेती निदेशक नेत्र दान केंद्र से संपर्क किया गया कि परिजन मृतक का शरीर दान करना चाहते हैं इसके लिए डॉ ललित मोहन उप्रेती द्वारा 
उत्तराखंड के डॉयरेक्टर मेडिकल एजुकेशन डॉ आशुतोष सयाना से संपर्क किया,फिर हल्द्वानी मेडिकल कालेज के प्राचार्य और एनाटॉमी विभाग के प्रोफेसर से संपर्क किया गया। क्योंकि पुलिस द्वारा बताया गया कि मृतक के शरीर का पोस्टमार्टम कराया जाएगा तो शरीर दान नहीं हो सका। सी आर मित्तल नेत्रदान केंद्र की टीम द्वारा,जिला चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी उधम सिंह नगर से संपर्क स्थापित कर,शीघ्र पोस्टमार्टम के लिए अनुरोध किया और पुराना जिला चिकित्सालय स्थित पोस्टमार्टम हाउस परिसर में नेत्र दान कराया जा सका।इस अवसर पर डॉ उप्रेती एवं श्री एस के मित्तल जी भी उपस्थित थे और उनके परिवार के सदस्यों चंद्रशेखर कालड़ा,दुर्गेश कालड़ा, धर्मेंद्र,वेद कालड़ा,कमलकांत, दीपक पांडे एवं उपस्थित अन्य गणमान्य लोगों का आभार व्यक्त किया।

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