लक्ष्मण बिष्ट बच्चों के पोषण और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी भूमिका को सशक्त बनाने के उद्देश्य से गुरुवार को बाल विकास विभाग चंपावत के द्वारा आयोजित लोहाघाट के युवा भवन में “पोषण भी पढ़ाई भी” विषय* पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन प्र० जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा द्वारा किया गया। कार्यशाला के दौरान 120 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया, जो बच्चों के पोषण और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी भूमिका को सशक्त बनाने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बच्चों के समग्र विकास में उनके महत्वपूर्ण योगदान के बारे में जागरूक करना है।कार्यशाला में बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए सही पोषण और शिक्षा के महत्व पर विस्तार से चर्चा की गई। उक्त तीन दिवसीय कार्यशाला में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को संतुलित आहार, बच्चों को पौष्टिक आहार देने के तरीके, और मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान प्रभारी डीएम शर्मा ने कहा “आंगनवाड़ी कार्यकर्तियां बच्चों की शिक्षा और पोषण में पहली कड़ी होती हैं। नई शिक्षा नीति में आंगनवाड़ी केंद्रों को प्राथमिक शिक्षा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है। यह कार्यशाला बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा और पोषण के संबंध में कार्यकर्ताओं को और अधिक सशक्त बनाएगी। “साथ ही कहा कि नई शिक्षा नीति में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण है, और उनका कर्तव्य सिर्फ बच्चों को पोषण प्रदान करना ही नहीं, बल्कि उनकी मानसिक और शारीरिक वृद्धि के लिए उचित मार्गदर्शन भी करना है यह कार्यशाला आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नई शिक्षा नीति के अंतर्गत उनके कर्तव्यों और जिम्मेदारियों से अवगत कराने के साथ-साथ उन्हें बच्चों के पोषण और शिक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण देने में सहायक साबित होगी। कार्यशाला के अंतर्गत कार्यकर्ताओं को बच्चों के समग्र विकास के लिए आवश्यक संसाधन और ज्ञान प्रदान किया जाएगा, जिससे वे अपनी भूमिका को और बेहतर तरीके से निभा सकेंगे।इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेंद्र बिष्ट , सुपरवाइजर कमला मार्तोलिया, कविता बिष्ट ,जसप्रीत कौर ,पुष्पा चौधरी,प्रियंका ,मोहन बिष्ट, कमल सिंह समेत अन्य अधिकारी तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्तियां उपस्थित रहे।







