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दो-दो कक्षाओं को एक ही समय एक शिक्षिका करवाती है शिक्षण कार्य
वहीं कई कक्षाओं की छात्राएं कक्षा में बैठ अकेले ही करती हैं क्लास वर्क एवं होमवर्क
बैठने को भी नहीं है पर्याप्त कक्ष बुरी तरह क्षतिग्रस्त 8 कक्ष किए गए हैं ताला लगाकर सील

गदरपुर। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज वार्ड नंबर 2 में काफी समय से शिक्षा विभाग को ज्ञापन दिए जाने एवं मांग किए जाने के बावजूद एलटी विज्ञान और एलटी सामाजिक विज्ञान का पद रिक्त है। जीजीआईसी में कक्षा छह से लेकर कक्षा 12 तक करीब 1261 छात्राएं अध्ययनरत हैं। कक्षा छह में 148, कक्षा सात में 157, कक्षा आठ में 165, कक्षा नौ में 211, कक्षा दस में 176, कक्षा 11 में 216 और कक्षा 12 में 188 छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं।
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गदरपुर में एलटी विज्ञान और एलटी सामाजिक विज्ञान के पद पर नियुक्ति नहीं हो सकी है। अर्थशास्त्र, इतिहास और हिंदी विषय की शिक्षिकाओं के अभाव में छात्राओं की पढ़ाई पर भी असर पड़ रहा है। कॉलेज में लेक्चरार के भी दो पद रिक्त हैं। साथ ही कनिष्ठ सहायक और स्वीपर का पद भी रिक्त है। कॉलेज में गेस्ट टीचर के माध्यम से वैकल्पिक व्यवस्था की जाती है जो की अपर्याप्त है। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में काफी समय से कक्षा कक्षों की भी कमी है। पूर्व में निर्मित दस कक्षों की हालत बेहद जीर्णशीर्ण है जिनको निष्प्रयोजित घोषित कर ताला लगाकर बंद कर दिया गया है। खुले आसमान के नीचे बैठकर शिक्षण कार्य करना पड़ता है। इधर कुछ माह पूर्व बालिकाओं के खुले आसमान में पेड़ के नीचे बैठकर शिक्षा ग्रहण करने के दौरान प्रशासन द्वारा आपत्ति जताते हुए नोटिस जारी करते हुए कई शिक्षिकाओं का वेतन भी रोक लिया गया था। शासन-प्रशासन और विभागीय अधिकारी रिक्त पदों पर नियुक्ति को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं। छात्राओं को जंगली बंदरों के आतंक का भी सामना करना पड़ता है। कॉलेज प्रबंधन ने ऊपरी मंजिल पर स्थित कक्षा कक्षों को लोहे की जाली लगाकर बंद किया गया है। जंगली बंदर कई छात्राओं और शिक्षिकाओं पर हमले भी कर चुके हैं। कॉलेज में स्टाफ के लिए फर्नीचर का भी अभाव है।
रिक्त पदों पर नियुक्ति संबंधी कार्यवाही शासन स्तर से होती है जिसके लिए विभाग को पत्राचार किया गया है। छात्राओं की पढ़ाई में व्यवधान न आए इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था बनाई है। कॉलेज परिसर में जल्द ही कक्षों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। पूर्व प्रधानाचार्य माया चनयांना एवं वर्तमान में रश्मि आर्या, प्रधानाचार्या राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गदरपुर द्वारा भी कई बार उक्त समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन को पत्राचार द्वारा सूचित किया जा चुका है। दो माह बाद होनी है हाई स्कूल एवं इंटर बोर्ड की परीक्षाएं परंतु शिक्षिकाओं के अभाव में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है ।

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