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श्रीनगर गढ़वाल। बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर राजकीय इंटर कॉलेज सुमाड़ी में ज्ञान-कला और संगीत की अधिष्ठात्री देवी वीणावादिनी मां सरस्वती की प्रतिमा विधि विधान से पूजा अर्चना हवन कर मंत्रोच्चार के साथ प्राण प्रतिष्ठा कर मूर्ति की स्थापना की गई। शरद ऋतु की विदाई के साथ माघ शुक्ल पंचमी ऋतुराज बसंत की आगमन का सूचक है वहीं दूसरी ओर संगीत व विद्या की देवी वीणावादिनी मां सरस्वती के अवतरण का दिन भी है। मां सरस्वती शांति का प्रतीक है, देवी के चार हाथ मन बुद्धि सतर्कता और अहंकार का प्रतीक हैं। सुख एवं समृद्धि का बसंत आप सभी के जीवन में सदैव बना रहे। अध्यापक शंकर सिंह भण्डारी द्वारा अपने माता-पिता व पुर्वजों की पूण्य स्मृति में विद्यालय परिसर में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करवाई। आचार्य दिगम्बर प्रसाद भट्ट ने वैदिक मंत्रोच्चारण से विधिवत हवन पूजन कर मां सरस्वती की प्रतिमा विराजमान कराने के साथ प्रसाद वितरण किया गया। इस अवसर पर अध्यापक शंकर सिंह भंडारी ने कहा कि शिक्षा के मंदिर में मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित होने से पर कहा कि विद्या बुद्धि और विवेक की देवी वीणावादिनी मां सरस्वती आप सभी के जीवन को ज्ञान के प्रकाश में आलोकित करें। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा के इस मंदिर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का उत्थान होगा। वीणावादिनी मां सरस्वती की मूर्ति स्थापना पर दुर्गा देवी भण्डारी,कु.स्वाती भण्डारी,अध्यापक प्रदीप बिष्ट,जगमोहन सिंह भण्डारी,जयपाल सिंह भण्डारी,राजेश काला आदि लोग उपस्थित रहे।

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