पुरातनकाल से देवर्षि नारद जी को सृष्टि का पहला पत्रकार व संवाददाता तथा महर्षि वेदव्यास जी को पहला संपादक होंने का गौरव प्राप्त है नारदजी तीनों लोकों में भ्रमण कर एक सलाहकार व संप्रेक्षण की भांति को अपने मुख से स्पाॅटरिपोर्टिंग कर विचारों, संदेशों, सूचनाओं का आदान-प्रदान लोक-मंगल के लिए ज्ञान का प्रचार-प्रसार करते थे। वर्तमान समय में पत्रकारिता जो कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना गया है जो निष्पक्ष रूप से समाज की कुरीतिओ को उजागर कर उसके उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता चला आ रहा है पत्रकारिता लेखन की कला है जिसका बुनियादी काम ज्ञान, शिक्षा व मनोरंजन है समाज में प्रतिदिन होने वाली घटनाओं पर नजर रखना, समाचार लिखना, संपादन करना, फिर उसे सही रूप से प्रकाशित करना एक महत्वपूर्ण कार्य है समाज में प्रिंट मीडिया के साथ- साथ इलैक्ट्रोनिक मीडिया व सोशल मीडिया भी त्वरित समाचारों व सूचनाओ के आदान-प्रदान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है यह समाज की भलाई के लिए विकास व कमी प्रदर्शित कर समाज में प्रगति व संतुलन स्थापित करता रहा है सामयिक लेखन व अच्छी पत्रकारिता के लिए निरन्तर अध्ययन व भाषा-साहित्य पर पकड़ व आसपास घट रही घटनाओं पर पैनी निगाह रखना जरूरी है जो एक व्यक्ति को आदर्श लेखक व पत्रकार बनाने में सक्षम होती है पत्रकार अपनी बात को सत्य के साथ होकर मीडिया के माध्यम से जनता के समक्ष लाने का सामाजिक दायित्व से प्रयास करना चाहिए जिससे वह जनमानस में अपना विश्वास व पहचान कायम कर सके। पत्रकारिता सरकार व जनता के मध्य संवाद स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है आजादी की लडा़ईमें व समाज में क्रान्ति लाने में महात्मा गांधी, सरोजनी नायडू,राजाराम मोहन राय,विवेकानंद आदि महापुरुषों ने अपनी लेखनी व विचारों के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों को समाज से उखाड़ फैंका व एक सभ्य समाज के निर्माण में अपनी महती भूमिका निभाई।आज के समाज में निर्भयाकांड हो या आरुषि हत्याकाडंसुशांतराजपूत केस हो निरन्तर खबर के माध्यम से समाज में जागरूकता व रोष से त्वरित न्याय दिलवाने में मीडिया द्वारा प्रचंड धार दी गयी जिसमें सरकारों को कानून में बदलाव करने पर विवश होना पड़ा करोना काल मे वैक्सीन, आक्सीजन, मास्क आदि की किल्लत होने से रोगियों व अधिकारियों के मध्य संवाद का साधन मीडिया बना व अनेक रोगियों की जान बच सकी पाठको व मित्रों की निजता की रक्षा करना अच्छी पत्रकारिता के लक्षण है पत्रकारिता का समाज व देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है अपनी पहचान बनाने व समाज व राष्ट्र के प्रति दायित्व निभाने के लिए युवाओं को अधिक से अधिक इस क्षेत्र आगे आने का प्रयास करना चाहिए ।







