प्रशासन द्वारा कराए गए निर्वाचन के उपरांत मार्च 2022 को संपन्न हुए निर्वाचन के फलस्वरूप डॉक्टर हरबंस सिंह चुघ को अध्यक्ष तथा आपको महासचिव चुना गया था। आपकी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बॉयलाज(नियमों) के प्रति अवज्ञा के कारण आपके द्वारा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को विवादों में झोंक दिया है तथा अनेकों स्थान पर लगातार विवाद लंबित हैं।विधान के विपरीत कार्य करने तथा विधान के विपरीत वित्तीय अनियमितताओं के जारी रखने कुछ आप पर आरोप हैं। कृपया इन आरोपों पर हम चुने हुए डायरेक्टरों के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट करने का कष्ट करें।

- विधिक अज्ञानता या दमनकारी प्रवृत्ति:-
कोई भी शिक्षित यह जानता है कि अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष भी अध्यक्ष के कार्यों को संपन्न करता है तथा वहीं अधिकार उसको प्राप्त होते हैं जो की अध्यक्ष को प्राप्त होते हैं। हमारे बायलॉज में लिखित में भी यह नियम है। दिनांक 5 मई 2024 को आपने बगैर तत्कालीन अध्यक्ष की अनुमति लिए गैरसंवैधानिक तरीके से बैठक बुलाई गई। तत्कालीन उपाध्यक्ष द्वारा आपत्ति दर्ज करवाई तो आपने उस एकमात्र महिला सदस्य को मान – हानि का नोटिस भेज कर धमकाने का प्रयास किया। उपाध्यक्ष का प्रोटोकॉल महासचिव से ऊपर होता है। क्या यह आपकी विधिक अज्ञानता है या - आप को विधान के बारे में पता है कि केवल सजायाफ्ता ही गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी का सदस्य नहीं हो सकता। विधान में किसी सदस्य की सदस्यता निलंबित करने का प्रावधान न तो कहीं अंकित है और नही अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को ऐसा किसी प्रकार का अधिकार प्रदत है किंतु आपने सरकार के साथ मिलीभगत करके ऐसे कदम उठाये। गुरुद्वारे में राजनीतिक हस्तेक्षप की नींव रखी। अब आप इसे न्यायालय में लंबित विषय बताकर सरकार के संरक्षण में समय व्यतीत कर रहे हैं। क्या आप बता सकते हैं कि संविधान के किस नियम के तहत आपने हरबंस सिंह चुघ जी की सदस्यता को निलंबित किया है?
- जिलाधिकारी, उधम सिंह नगर, द्वारा करवाए गए ऑडिट में घोर अनियमितताएं, भ्रष्टाचार और करोड़ों रुपए के गबन सामने आए थे। जिसको लेकर प्रबंधक कमेटी के मुख्य प्रबंधक रणजीत सिंह की घोर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई थीं और अध्यक्ष हरबंस सिंह चुघ जी ने इनको सस्पेंड करके इनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था किंतु इनके द्वारा कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। जिसको लेकर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बहुमत सदस्यों के अनुरोध पर रणजीत सिंह को अध्यक्ष हरबंस सिंह चुघ जी के द्वारा बर्खास्त किया गया था। भ्रष्टाचार, लापरवाही और अनुशासनहीनता के कारण बर्खास्तशुदा प्रबंधक रणजीत सिंह के बर्खास्त होने के लगभग एक साल के बाद आपने रणजीत सिंह को फिर से प्रबंधक पद पर तैनात कर दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि उनके कार्य करने से आपका कोई निजी स्वार्थ जुडा है।
रणजीत सिंह को लेकर लिया यह निर्णय किस तारीख की बैठक में हुआ? उस बैठक कौन कौन से मेंबर उपस्थित थे? और किस किस सदस्य ने रणजीत सिंह की बहाली पर अपनी सहमति दी? - गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बॉयलाज में accounts सैक्शन में प्वाइंट 1 में स्पष्ट अंकित है कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अकाउंट्स के रख रखाव की जिम्मेवारी महासचिव की है और प्वाइंट 3 में स्पष्ट अंकित है कि प्रत्येक माह में होने वाले आय व्यय का ब्यौरा आप प्रत्येक मीटिंग में रखेंगे, इसके अलावा गुरुद्वारा साहिब के नोटिस बोर्ड पर चस्पा करेंगे और प्रत्येक कमेटी मेंबर को भेजेंगे। किंतु आपने आज तक किसी भी मीटिंग में संविधान की इस जिम्मेवारी को नहीं निभाया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के करोड़ों रुपए के लेनदेन को पारदर्शिता से सभी के समक्ष न रखने के पीछे आपकी क्या मंशा है?
- वित्तीय आरोपः
गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एक निरंतर चलने वाली संस्था है। विगत गठित समीति द्वारा परिसर में बनवाई गई लगभग 40 लाख रुपए से बनी प्रस्तावित दीवान हाल की बिल्डिंग के निर्माण को पूरा करने का फैसला गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक में लगभग 25 सदस्यों के द्वारा लिया गया था। यह कार्यवृत्त में भी अंकित था किंतु आपने 05-05-2024 के बाद उस बिल्डिंग को तुड़वा कर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की रु. 40 लाख से अधिक की क्षति पहुंचाई। कृपया हमें इस बात की जानकारी दी जाए कि
(i). उस बिल्डिंग को तुड़वाने के लिए किस बैठक में निर्णय लिया गया था?
(ii). उसे बैठक में कितने सदस्य मौजूद थे
(iii). इस बिल्डिंग को तुड़वाने में किन-किन सदस्यों की सहमति थी?
(iv). उस बिल्डिंग को तोड़ने का मकसद क्या था?
(v). उस बिल्डिंग को किस संस्था/कंपनी से तुड़वाया जाएगा, उस पर आय/व्यय का बजट, और तुड़वाने के लिए कोटेशन व अन्य औपचारिकताओं का ब्यौरा देने की कृपा करें।
(vi). बिल्डिंग के मलबे के इस्तेमाल के लिए किए गए फैसले की भी जानकारी मुहैया करवाएं? - हम निर्वाचित सदस्यों को मई-2024 से लेकर फरवरी- 2025 तक के सभी बैंक व कैश अकाउंट्स की स्टेटमेंट, डे बुक की कॉपी, गाड़ियों की लाग बुक की कापी, डेलीवेज वाले सेवादारों और लेबर पर किए खर्चों का चिट्ठे की कॉपी, अलग अलग गोलकों और स्रोतों से प्राप्त होने वाली धनराशियों का ब्यौरा, प्रत्येक माह की बैलेंस शीट मुहैया करवाएं।
गुरुद्वारे में चल रहे लंगर के राशन की खरीद के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई जा रही है? आप हमें मई – 2024 से फरवरी – 2025 तक के खरीदे गए सामान(राशन/सब्जियां इत्यादि) का बिल और पेमेंट मोड और पेमेंट प्राप्ति की रसीदें मुहैया करवाने का कष्ट करें। - डा हरबंस सिंह चुघ जी के अध्यक्ष समय में गुरुद्वारे की गोलक में आ रही धन की सेवा की गिनती को लेकर जो पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई गई थी, वह प्रक्रिया आपके द्वारा समाप्त कर दी गई। बिना सभी सदस्यों को सूचना दिए, आप कुछ सदस्यों को चोरीछिपे बुलाकर गोलकों की गिनती कर रहे हैं। इसके पीछे आपकी क्या मंशा है? आप गोलक से प्राप्त प्राप्तियों की जानकारी सभी सदस्यों को दिया करें। आप हमें 5 मई 2024 के बाद की गई गोलकों की गिनती में कितनी धनराशि प्राप्त हुई, और उन गोलकों से और अन्य स्रोतों से प्राप्त धनराशि को कितने दिन बाद बैंक में जमा करवाई गई, उसकी बैंक रसीद भी मुहैया करवाएं।
- ऐसा हमारी जानकारी में आया है, गुरुद्वारे की जमीन, जो तथाकथित प्रबंधक रणजीत सिंह के घर के सामने हैं, उस पर रणजीत सिंह के द्वारा आपके संरक्षण में कब्जा किया जा रहा है। जिसके बारे में सोशल मीडिया पर भी जानकारी वायरल हो रही है। उस मसले पर आपने क्या एक्शन लिया है, इसकी जानकारी मुहैया करवाएं। यदि आपने एक्शन नहीं लिया तो क्यों नहीं लिया? इससे पहले भी वे जहां रहते हैं वहां गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी की भूमि को द्वार रास्ता बनवाकर कालोनाइजर को लाभ पहुंचाया गया है तथा अपने आवास के रूप मे लाभांवित हुए हैं।
- इसके अलावा हमारी जानकारी में आया है कि प्रबंधक कमेटी के ड्राइवर पान सिंह की जहां रिहाइश है, उस जगह पर भी पान सिंह ने गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की भूमि पर कब्जा किया हुआ है। इसके बारे में आपकी ड्यूटी है कि इसकी संपूर्ण जानकारी प्राप्त करके हमें मुहैया करवाएं। विधान द्वारा दी गई ड्यूटी के तहत चल अचल संपत्ति की रक्षा करें।
- तिथि 05 मई 2024 के बाद गुरुद्वारे से किन किन सेवादारों/कर्मचारियों को हटाया और रखा गया? हटाने का क्या कारण था? और उनको हटाने और रखने का फैसला किस मीटिंग में किया गया? और किन किन सदस्यों ने उनको हटाने और रखने के फैसले में अपनी सहमति दी?
- तिथि 29 जुलाई 2024 को गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक का कार्यवृत्त बिना तैयार और जारी किये आपके द्वारा दिनांक 28 फरवरी 25 की बैठक में पुष्टि प्राप्त करके हम सब को धोखा देने क प्रयास किया गया। 28-02-25 वाली बैठक का कार्यवृत्त भी आज तक जारी नहीं किया गया। 24 घंटे के अंदर कार्यवृत्त न जारी करने के पीछे आपका क्या स्वार्थ है। सात माह बाद भी आपने अब तक कार्यवृत्त मेंबरों तक नहीं पहुंचाया। बगैर पुष्टि के निर्णय पर व्यय होने आपकी वित्तीय अनियमितताये मानी जायेंगी और आप पूर्णतया उसके जिम्मेदार होंगे।
- हमारे संज्ञान में आया है कि आपके द्वारा गरुुद्वारा प्रबधंक कमेटी के बायलॉज के विपरीत नगद धनराशि की निर्धारित सीमा का बार-बार उल्लघंन किया जा रहा है। 05-05-24 से बायलॉज में निर्धारित सीमा से अधिक आपके द्वारा किए व्यय किए गए कैश भुगतान का विवरण मुहैया करवाएं। आपको इस विषय में पहले भ सचेत किया जाता रहा है।
आप हमें 05-05-24 के उपरांत किए गए, 5000 रुपए से अधिक के सभी खर्चों/व्ययों से संबंधित निम्नलिखित जानकारी मुहैया करवाएं: - खर्चे/कार्य का नाम 2. खर्चे की विस्तृत जानकारी 3. कार्यदायी संस्था का नाम 4. खर्चे में किया गया व्यय(रुपए में) 5. पेमेंट मोड 6. पेमेंट की प्राप्ति रसीद 7. यह कार्य किस तारीख की बैठक में पास किया गया था? 8. उस बैठक में कितने सदस्य मौजूद थे, उनके नाम? 9. खर्चे के प्रस्ताव को सहमति देने वाले सदस्यों के नाम 9. प्रक्रिया के तहत तीन कार्यदायी संस्थाओं से प्राप्त की गई कोटेशनों की कॉपियां
- हमारी जानकारी में आया है, गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में कुछ कार्य कारसेवा संस्था के द्वारा करवाए जा रहे हैं। कारसेवा के माध्यम से करवाए जा रहे कार्यों की सूची निम्नलिखित जानकारी के साथ देने का कष्ट करें। अनुबंध की प्रति भी उपलब्ध करायें।
- कार्य का नाम 2. कार्य की विस्तृत जानकारी 3. कार्य का अनुमोदन किस तारीख की बैठक में किया गया था?
- उस बैठक में कौन कौन सदस्य मौजूद थे? 5. किन किन सदस्यों ने कार्य की मंजूरी दी?
- उस कार्य के संपूर्ण होने का अंदाजन समय 6. इस कार्य/सेवा को लेकर कारसेवा के साथ तय की गई नियमों व शर्तों की कॉपी 7. अभी तक प्रबंधक कमेटी की तरफ से मुहैया करवाई गई सुविधाओं और धनराशि का ब्यौरा और उस खर्चे को बैठक में अनुमोदित करवाने का ब्यौरा
सधन्यवाद:
निर्वाचित सदस्य गण, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, नानकमत्ता साहिब
- पलविंदर सिंह: 2. निर्मल सिंह: 3. गुरमुख सिंह:
- वजिंदर सिंह: 5. गुरसेवक सिंह: 6. प्रतपाल सिंह:
- हरबंस सिंह: 8. गुरमीत सिंह: 9. चरणजीत सिंह:
- भूपेंद्र सिंह: 11. सुखदेव सिंह: 12. हरजिंदर सिंह:
- जसबीर सिंह: 14. कमलेश कौर:






