संदीप दायमा द्वारा”देश के लिए नासूर बने मस्जिद एवं गुरुद्वारा उखाड़ फेंकना चाहिए”बयान पर भड़के लोग
विभिन्न स्थानों पर मुकदमा दर्ज कराए जाने के लिए किया आहवान
गदरपुर । राजस्थान के अलवर जिले की तिजारा विधान सभा मैं एक सभा के दौरान भाजपा विधायक प्रत्याशी संदीप दायमा द्वारा सिक्खों के गुरुद्वारों एवं मुसलमानों की मस्जिदों के खिलाफ उगले जहर के खिलाफ शाम 5:00 बजे गदरपुर मुख्य बाजार में अनाज मंडी मोड़ के पास बीजेपी,संदीप दायमा और ताली बजाकर उगलते हुए जहर का समर्थन करने वाले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का का पुतला दहन किया गया। उक्त घटना के विरोध में पुतला दहन और थाने में तहरीर देने के लिए गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा,सिख संगठन उत्तराखंड,भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक, सिख प्रचारक सभा,कंबोज समुदाय और अन्य लोगों द्वारा समर्थन दिया गया । गुरुद्वारा परिसर में एकत्र होने के उपरांत जोरदार नारेबाजी करते हुए पुतले का अनाज मंडी मोड तक जुलूस निकाला गया और जोरदार नारेबाजी के बीच संदीप दायमा, भाजपा और यूपी के मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया । भारतीय सिख संगठन के अध्यक्ष और भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक के प्रदेश अध्यक्ष सलविंदर सिंह कलसी ने कहा कि जिस प्रकार संदीप दायमा द्वारा यूपी के मुख्यमंत्री की मौजूदगी में गुरुद्वारों और मस्जिदों को देश के लिए नासूर बताते हुए उखाड़ फेंकने का बयान दिया उससे देश में अराजकता का माहौल बन सकता है बीजेपी को चाहिए कि वह संदीप दायमा के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उसे निष्कासित करें,वहीं भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक के जिलाध्यक्ष विक्रम सिंह गोराया ने कहा, सिक्खों के गुरुद्वारों का सम्मान करने वाले सभी नागरिकों और देशवासियों को ऐसे अराजक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए सरकार पर दबाव बनाना चाहिए ताकि देश में शांति का माहौल बना रह सके । वही स. प्रतपाल सिंह ने कहा कि कोरोना काल के अलावा अन्य आपदाओं के समय देश के लिए हर जगह पहुंचकर गुरुद्वारों के सेवादारों ने हर नागरिक की सेवा के लिए अपना बहुमूल्य योगदान दिया है देश की आजादी के लिए भी सिख समुदाय द्वारा 85% कुर्बानियां देकर देश की आजादी में मूल्य योगदान दिया जिसे नकारा नहीं जा सकता । इस मौके पर सादा सिंह,राजेंद्र सिंह,दर्शन सिंह,दलजीत सिंह,कुलदीप सिंह,लवप्रीत सिंह,सरदार सिंह, राजकुमार,मंगल सिंह,राजेंद्र कुमार,गुरदयाल सिंह, सुखदेव सिंह,सर्बजीत सिंह, गुरलाल सिंह,करतार सिंह,राजेंद्र कंबोज,रामकुमार,रिजवान अहमद,अमन सिंह बठला, अमरीक सिंह,जसपाल सिंह सोनी, सतपाल सिंह,सरबजीत सिंह,अमरजीत सिंह,गुरसेवक सिंह,जसवंत चुघ,देवेंद्र सिंघ,महेंद्र सिंह,पलविंदर सिंह, जगजीत सिंह सहित तमाम लोग शामिल थे । वही लगभग आधा दर्जन पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे ।