
मसूरी इंटरनेशनल स्कूल ने अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन और वैश्विक समुदायों के साथ मिलकर दिव्यांग व्यक्तियों के नेतृत्व को सशक्त बनाना एक समावेशी और सतत भविष्य के लिए थीम पर स्कूल परिसर में भव्य समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, प्रसिद्ध पैरा-एथलीट कपिल परमार के द्वारा दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया गया। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में जन्मे और भारत के पहले पैरा-जूडो कांस्य पदक विजेता कपिल परमार ने अपने जीवन के संघर्ष और सफलता की प्रेरक कहानी साझा की। उन्होंने 2024 पेरिस पैरालंपिक खेलों में -60 किग्रा जे1 वेट कैटेगरी में ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इसके साथ ही 2023 बर्मिंघम वर्ल्ड गेम्स में कांस्य, 2019 कॉमनवेल्थ चौंपियनशिप और 2023 एलेक्ज़ेंड्रिया ग्रैंड प्रिक्स में स्वर्ण, और 2022 हांगझू एशियन पैरा गेम्स में रजत पदक शामिल हैं। कपिल परमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए आत्म-प्रेरणा और संघर्ष की ताकत पर जोर दिया। उन्होंने अपने जीवन की कठिनाइयों और उन्हें पार करने के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे आत्म-विश्वास, अनुशासन, और सकारात्मक सोच ने उन्हें असंभव को संभव करने की शक्ति दी। उन्होंने छात्रों को संदेश देते हुए जीवन में समस्याएं हर किसी के सामने आती हैं, लेकिन उनका सामना करने का साहस ही हमारी सच्ची पहचान बनाता है। यदि आप खुद पर विश्वास रखें और निरंतर मेहनत करें, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। कपिल परमार ने समावेशिता और समानता पर भी बल दिया। उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए एक ऐसा समाज बनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जहां हर व्यक्ति को समान अवसर और सम्मान मिले। उनका कहना था, समावेशी भविष्य केवल तभी संभव है जब हम सभी अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाएं और दूसरों को प्रोत्साहित करें। कपिल परमार का प्रेरक भाषण सुनकर छात्रों ने उत्साहपूर्वक उनकी सराहना की। कई छात्रों ने कहा कि यह अनुभव उनके जीवन में एक नया दृष्टिकोण लाने वाला था।मसूरी इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य ने कपिल परमार को धन्यवाद देते हुए कहा, आपकी कहानी और जीवन के सिद्धांत हमारे छात्रों के लिए एक महान प्रेरणा हैं। आपकी उपलब्धियां हमें दिखाती हैं कि मेहनत और आत्म-प्रेरणा से सब कुछ संभव है।इस प्रेरणादायक दिन ने छात्रों और शिक्षकों को जीवन में कठिनाइयों को अवसरों में बदलने का महत्व सिखाया। कपिल परमार का जीवन और उनकी उपलब्धियां सभी के लिए प्रेरणा बनी रहेंगी।










                        
              