खटीमा सचिव पर्यटन धीरज सिंह गर्ब्याल ने किया खटीमा क्षेत्र का भ्रमण। उन्होंने कहा खटीमा के मुख्य सड़कों का फूल, लाईटिंग कर सौंदर्यीकरण किया जाएगा व खटीमा पीलीभीत बार्डर पर सुंदर प्रवेश द्वार गेट बनाया जायेगा। पर्यटन सचिव ने सिटी फॉरेस्ट पार्क के निरीक्षण दौरान कहा कि खटीमा शहर से लगा पीलीभीत रोड पर 16 हैक्टेयर भूमि पर सुंदर सिटी फॉरेस्ट पार्क बनाया जाएगा जिसमें विभिन्न प्रकार के फूल, पौधें के साथ ही पाथवे, योगा, मेडिटेशन सेंटर व सुविधाएं भी सृजित की जाएंगी। इस हेतु उन्होंने एसडीओ वन को आर्किटेक्ट से सुंदर डिजाइन प्रस्ताव बनकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए ।उन्होंने कहा आंगणन प्रस्ताव के अनुसार धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।
सचिव पर्यटन ने शारदा डाम किनारे चूका फॉरेस्ट कैम्प का स्थलीय निरीक्षण किया, निरीक्षण दौरान उन्होंने कहा चूका को इको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा । उन्होंने कहा चूका में इको पर्यटन की अपार संभावनाए है इसको विकसित करने के लिए उन्होंने चूका फॉरेस्ट कैम्प में सोलर फेंसिंग, सोलर लाइटिंग, हैट्स, केफे व एडवेंचर गतिविधियों का अच्छे आर्किटेक्ट से आंगणन प्रस्ताव बनकर शासन में भेजने के निर्देश प्रभागीय वनाधिकारी को दिए।
सचिव ने नगला तराई में 2.54 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन मां पूर्णागिरी मंदिर का भी स्थलीय निरीक्षण किया । निरीक्षण दौरान उन्होंने सितम्बर तक मंदिर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होने मंदिर प्रांगड़ में पेयजल, सोलर लाइट, शौचालयों, पार्किंग आदि व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित करने के निर्देश कार्यदाई संस्था ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारियों को दिये।सचिव पर्यटन ने कहा शिक्षा, स्वास्थ भी बढ़ाई जाएंगी। उन्होंने कहा खटीमा क्षेत्र में 05 लाइब्रेरी बनाई जाएंगी तथा 03 विद्यालयों में लाइब्रेरी नहीं है उनमें लाइब्रेरी बनाई जाएगी। इसे पूर्व सचिव पर्यटन ने बिकास खण्ड कार्यालय में संबंधित अधिकारियों की बैठक ली व योजनाओं पर विचार विमर्श कर आवश्यक निर्देश भी दिए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी दिवेश शासनी, सीएमओ डॉ केके अग्रवाल, प्रभागीय वनाधिकारी हिमांशु बागरी,उप जिलाधिकारी तुषार सैनी, जिला पर्यटन अधिकारी लता बिष्ट, एस डीओ वन संचिता वर्मा, अधिशासी अभियंता सिंचाई आनन्द सिंह नेगी, आर डब्लू डी अमित भारती, डीपीओ मुकुल चौधरी, पीओ उरेडा संदीप सैनी,बीडीओ डा एस कनियाल, तहसीलदार वीरेन्द्र साजवान, सहायक अभियंता लो नि वि पीयूष शर्मा,सहित जल निगम,जल संस्थान के अभियंता आदि मौजूद थे।







