गदरपुर । निर्मल तखत बाबा बुड्ढा जी के पंजाब स्थित रमदास गुरुद्वारा साहब से पधारे बाबा भगवंत भजन सिंह के नेतृत्व में विभिन्न स्थानों पर गुरमत समागम आयोजित किए गए जिसमें निर्मल सिंह सोखल के प्रतिष्ठान ग्राम मानपुर रोड काशीपुर , सरदार नरेंद्र सिंह के आवास ग्राम पन्नू फॉर्म काशीपुर एवं खोखरा ताल काशीपुर में सरदार बलवंत सिंह के प्रतिष्ठान पर आयोजित किए गए समागम में गुरबाणी कीर्तन व्याख्या के अलावा इतिहास की कड़ियों को संगत के साथ सांझा किया गया वक्ताओं ने कहा,जुल्म के खिलाफ जंग करने तथा खालसा राज्य की स्थापना करने वाले वाले बाबा बंदा सिंह बहादुर द्वारा किए गए सरहिंद फतेह दिवस से हिंदुस्तान में जुल्म के खिलाफ जंग करने की एक लहर उठी जिसका निष्कर्ष है हुआ कि देश से अंग्रेजी साम्राज्य का अंत हो गया वक्ताओं ने बाबा बुड्ढा जी,बाबा बंदा सिंह बहादुर, महाराजा रणजीत सिंह ,सरदार हरि सिंह नलवा, दीवान कौड़ा मल सहित अन्य महापुरुषों के जीवन पर विस्तार से चर्चा की । इस मौके पर रागी भाई वीर सिंह नामधारी, कथावाचक हरप्रीत सिंह, रागी भाई कुलवंत सिंह,
कवि श्री जत्था भाई बलविंदर सिंह, कुलदीप सिंह एवं अंग्रेज सिंह, कथावाचक देवेंद्र सिंघ का विशेष योगदान रहा । बाबा भगवंत भजन सिंह द्वारा संगत को मूल मंत्र एवं गुरबाणी शब्द का जाप करवाया गया। कार्यक्रम के दौरान काशीपुर के पूर्व विधायक सरदार हरभजन सिंह चीमा द्वारा संगत को संबोधित करते हुए कहा गया कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के आदर्शों पर चलकर हम गुरु की कृपा के पात्र बन सकते हैं साथ ही हमें एकजुट होकर अपने हकों के लिए प्रयास करना चाहिए वहीं उन्होंने गुरमुखी अक्षर, पंजाबी भाषा का ज्ञान एवं गुरबाणी कंठस्थ करने का भी आह्वान किया। कार्यक्रम समापन पर बाबा भगवंत भजन सिंह द्वारा समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले समाजसेवियों को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया।








