
गदरपुर। एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित करने के उद्देश्य से सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गदरपुर में समस्त आंगनबाड़ी वर्कर्स का एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य आंगनबाड़ी केंद्रों पर आने वाले बच्चों, किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को एनीमिया से बचाव एवं उपचार हेतु निर्धारित सही खुराक समय पर उपलब्ध कराना था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अंजनी कुमार ने एनीमिया की पहचान, इसके कारण, लक्षण एवं रोकथाम के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एनीमिया एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जिसका समय पर निदान और सही उपचार बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है।
डॉ. प्रशांत चौहान एवं डॉ. विकास सचान ने आयरन-फोलिक एसिड (आईएफए) टैबलेट/सिरप की सही मात्रा, सेवन की विधि तथा संभावित दुष्प्रभावों के बारे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि नियमित वितरण, सही रिकॉर्ड संधारण और लाभार्थियों की काउंसलिंग से ही कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है।
राधा मिगलानी ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण आधारित गतिविधियों, संतुलित आहार, हरी सब्जियों, दालों एवं आयरन युक्त खाद्य पदार्थों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए व्यवहार परिवर्तन संचार की भूमिका को रेखांकित किया।
प्रशिक्षण के दौरान प्रश्नोत्तर सत्र का भी आयोजन किया गया, जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी जिज्ञासाएं रखीं। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों से एनीमिया मुक्त भारत अभियान को जन-जन तक पहुंचाने और जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू करने का आह्वान किया गया।











