मसूरी मॉल रोड के किनारे पहाड़ों को काटकर मॉल रोड की खूबसूरती को ख़त्म किया जा रहा है, जो एक गंभीर मामला है। मॉल रोड मसूरी का एक प्रमुख आकर्षण है, और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और हरे-भरे इलाके ही इसे पर्यटकों के लिए खास बनाते हैं। पहाड़ों को काटने से ना सिर्फ़ इस इलाके का दृश्य प्रदूषित हो रहा है, बल्कि इससे पर्यावरण पर भी बहुत बुरा असर पड़ रहा है। मसूरी के माल रोड को इन दोनों भू माफियाओं की नजर लग गई है मसूरी माल रोड गढ़वाल टेरिस के सामने पूर्व में एक भू माफिया द्वारा खनन विभाग की मिली भगत से पहाड़ को काटा जा रहा है इसकी कई बार शिकायत की गई है परंतु दुर्भाग्य वर्ष कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की गई है वहीं अब हनीमून होटल के नीचे भी पहाड़ को काटने का काम शुरू कर दिया गया है जिसको लेकर र्प्यावरणविद्व ने चिंता जताई है। मसूरी के समाजिक कार्यकर्ता ललित मोहन काला और आरटीआई कार्यकर्ता राकेष अग्रवाल उन्होंने कहा कि माल रोड पर भी भू माफिया नजर गार्ड के बैठ गए हैं वहीं भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी उनको पनाह देकर माल रोड से सटे पहाड़ों को काटने का काम कर कंक्रीट के जंगल में तब्दील करने के लिए तैयारी कर रहे हैं कई बार इस संबंध में पिछले 6 महीने से लगातार शासन प्रशासन स्तर पर शिकायत की जा रही है परंतु मात्रा कार्रवाई के नाम पर औपचारिकता निभाई जा रही है जिससे साफ है कि संबंधित अधिकारी भी भ्रष्टाचार में लिप्त है। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी देहरादून से मांग की है कि मालरोड के किनारे कट रहे पहाडों को बचाया जाने के लिये तत्काल कार्यवाही करे वह भ्रश्टाचार में लिप्त अधिकारियों को भी ना बक्षा जाये। खनन विभाग की निरीक्षक शबाना ने बताया कि पिछले दिनों गढ़वाल टैरेस के सामने कट रहे पहाड़ को एसडीएम मसूरी के मौखिक निर्देशों के बाद संबधित विभाग की टीम के द्वारा संयुक्त निरीक्षण किया गया था जिसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को दे दी गई है कार्रवाई जिला अधिकारी के माध्यम से की जानी है। वहीं हनीमून के नीचे कट रहे पहाड़ को लेकर उन्होंने बताया कि खनन विभाग द्वारा पहाड़ को ना काटकर पॉट बनाने की अनुमति दी गई है। पर सवाल उठता है कि जब पहाड़ को काटा जा रहा है तो खनन विभाग के साथ स्थानीय प्रषासन कार्यवाही क्यो नही कर रहा है क्यो नही भू-माफिया पर कार्यवाही की जा रही है। पहाड़ों के कटान को लेकर मसूरी एसडीएम हरीगिरी ने कहा कि मालरोड के किनारे कट रहे पहाड को लेकर की जा रही षिकायत की जांच करवाई जायेगी और अगर किसी प्रकार भी बिना नियम के निर्माण या खनन किया जा रहा है होगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

