- महापौर ने अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक
- जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान पर जोर
- 26 जून को संयुक्त सर्वे का निर्णय
रूद्रपुर। आगामी मानसून को देखते हुए महापौर विकास शर्मा ने मंगलवार को सिंचाई विभाग, विद्युत विभाग, जल निगम, लोक निर्माण विभाग तथा उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में मानसून के दौरान शहर में जलभराव एवं अन्य अव्यवस्थाओं से निपटने के लिए व्यापक चर्चा कर रणनीति तैयार की गई।

महापौर ने विशेष रूप से उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग की नहरों से जल निकासी की व्यवस्था पर चिंता जताई और अधिकारियों को समय रहते दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एनएच-74 निर्माण के दौरान डाले गए पाइपों की क्षमता कम होने के कारण वर्षा जल की निकासी बाधित होती है, जिससे शहर के कई इलाकों में जलभराव हो जाता है। बगवाड़ा नहर की स्थिति भी इसी तरह की है, जिसके लिए उन्होंने बड़े पाइप लगाकर स्थायी समाधान करने को कहा।
इंदिरा चौक, ट्रेंचिंग ग्राउंड, मंडी समिति बगवाड़ा समेत अन्य जलभराव प्रभावित क्षेत्रों की समस्या का स्थायी हल निकालने के निर्देश भी बैठक में दिए गए। डीडी चौक के पास एनएच पर जलभराव की समस्या को भी प्राथमिकता के आधार पर सुलझाने को कहा गया।
महापौर ने सिंचाई विभाग को कल्याणी नदी, बेगुल, वनरसिया, मटकोटा नहर, रूद्रपुर नहर की जल निकासी व्यवस्था को स्थायी रूप से सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि नगर निगम ने इनकी सफाई करा दी है, लेकिन भविष्य के लिए इन्हें पुनर्जीवित कर जलनिकासी को बेहतर बनाने हेतु कार्ययोजना तैयार की जाए। साथ ही, वनरसिया और हल्दिया नहर में प्रस्तावित रिवर फ्रंट परियोजना हेतु विस्तृत विवरण भी मांगा गया।
महापौर ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से शहर के विभिन्न वार्डों में जर्जर पोल व तारों को बदलने को कहा। उन्होंने कहा कि बरसात से पहले इनकी मरम्मत अनिवार्य है, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके। ट्रांसफॉर्मर की स्थिति की समीक्षा कर जरूरत पड़ने पर उन्हें भी बदला जाए। महापौर ने कहा कि इसके लिए वह स्वयं अधिकारियों के साथ वार्डों का सर्वे करेंगे।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि शहर के जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का 26 जून को सिंचाई विभाग, एनएच, लोक निर्माण विभाग और जल संस्थान के अधिकारियों के साथ संयुक्त सर्वे किया जाएगा। महापौर ने जल संस्थान के अधिकारियों से अमृत योजना के अंतर्गत पेयजल आपूर्ति शीघ्र सुचारू करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल, सहायक अभियंता हरीश सिंह, अवर अभियंता शुभम सिंह, जेई शिखर ओझा, एई मुकेश कुमार, एई नंदलाल, अधिशासी अभियंता उमाकांत चतुर्वेदी, एई विजय पाल सिंह, एसएनए रणदीप, पर्यावरण पर्यवेक्षक गौतम सिंह, कुलदीप कुमार, राकेश चंद्र, प्रेम प्रकाश, कुलदीप दुबे, उमेद सिंह, कमल तिवारी, भूपेंद्र सिंह, जसवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।








