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अपने हाथ से किया हुआ सत्कर्म ही अपना है
पंडित विजय शास्त्री

गदरपुर । श्री पुरातन सनातन धर्म मंदिर,गदरपुर में श्रावण मास के उपलक्ष्य में चल रही कथा के आज 19वें दिवस की कथा करते हुए कथा वाचक पंडित विजय कुमार शास्त्री ने कहा कि अपने हाथों से किया हुआ सत्कर्म ही अपना है, जीव तो मुनीम है प्रभु ही स्वामी है,इस शरीर पर जब जीव की सत्ता नहीं है तो किसी और वस्तु पर कैसे हो सकती है, यमराज की आज्ञा होते ही शरीर का त्याग करना पड़ता है। परंतु मानव यहां आकर सब कुछ अपना समझ लेता जोकि उसका भ्रम है । वहीं तीज त्यौहार पर सुंदर वस्त्रों एवं आभूषणों से भगवान जी की प्रतिमाओं का श्रृंगार किया गया । इस दौरान कथा श्रवण करने पहुंचे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उपस्थित थी।
आज के प्रसाद की सेवा तीन परिवारों श्री संजीव झाम के परिवार,श्री सुनील यादव के परिवार तथा एक अन्य परिवार द्वारा गुप्त दान के रूप में की गई।.

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