
गुरु तेग बहादुर जी के 350 वें शहीदी दिवस पर 7 दिसंबर को होंगे विभिन्न कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताएं


गदरपुर । गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोबिंद सर नवाबगंज,
उत्तराखंड/उत्तर प्रदेश में प्रति माह की अमावस को सजाए जा रहे भारी गुरुमत समागम में वक्ताओं द्वारा हरि जस गायन करने के साथ गुरु वाले बनने का संदेश दिया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ के भोग के उपरांत रागी भाई हरजीत सिंह द्वारा गुरबाणी का कीर्तन करने के साथ किया गया । वहीं कार्यक्रम के समापन पर भाई जसवीर सिंह द्वारा सर्वत्र सुख शांति की अरदास की गई,इससे पूर्व कथा वाचक भाई हरविंदर सिंह और जसवीर सिंह द्वारा गुरबाणी विचार करते हुए सभी को नित्य प्रति गुरबाणी जाप करने का आह्वान किया गया। कवि सतनाम सिंह व शौंकी द्वारा शहीदों का इतिहास वर्णित करते हुए अपना जीवन गुरु वाले बनकर व्यतीत करने की अपील की गई । शाहजहांपुर से आए बाबा करम सिंह की टीम द्वारा हरजस गायन करते हुए सभी संगत को आगामी आने वाले गुरु तेग बहादुर जी के 350 वें शहीदी समागम में सहभागिता करने की अपील की गई । कार्यक्रम समापन के उपरांत गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोविंद सर नवाबगंज के मुख्य सेवादार वीर अनूप सिंह ने बताया कि आगामी 7 दिसंबर दिन रविवार को श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350 वें शहीदी समागम का आयोजन किया जाएगा जिसमें विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने के साथ विद्वान कथावाचकों द्वारा गुरबाणी की व्याख्या एवं सिख धर्म के सिद्धांतों का वर्णन किया जाएगा साथ ही मीरी पीरी खालसा अकैडमी में आयोजित की जा रही प्रतियोगिताओं के विजेताओं एवं प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया जाएगा वीर अनूप सिंह ने सभी संगत से कार्यक्रम अनुसार पहुंचने की अपील की गई है । कार्यक्रम का संचालन करमजीत सिंह ने किया । बाबा गुरमीत सिंह की देखरेख में गुरु का लंगर अटूट बांटा जाएगा।









