जरुरतमंद 25 परिवारों को वस्त्र बांट कर किया सम्मानित

गदरपुर । शहीदों के सरताज श्री गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस पर ग्राम नवाब नगर मिलक खानम,रामपुर,उत्तर प्रदेश में निर्मल तखत बाबा बुड्ढा जी पंजाब के रमदास गुरुद्वारा श्री अमृतसर से पधारे बाबा भगवंत भजन सिंह के नेतृत्व में महान शहीदी गुरमत समागम का आयोजन किया गया । शहीदी समागम का शुभारंभ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ के भोग एवं अरदास के साथ किया गया । इस मौके पर श्री अमृतसर से आए रागी भाई वीर सिंह नामधारी द्वारा गुरबाणी कीर्तन एवं आरती के उपरांत श्री गुरु अर्जन देव जी के शहीदी के कारणों पर प्रकाश डाला गया । कथावाचक हरप्रीत सिंह ने कहा हिंदुस्तान के बादशाह जहांगीर द्वारा शेख अहमद सरहिंदी, मुर्तजा खान,प्रिथी चंद,जहांगीर का दीवान चंदू एवं अन्य षड्यंत्रकारियों के बहकावे में आकर गुरु अर्जन देव जी को लाहौर में गर्म जलती लोह पर बैठाकर, गर्म रेत शीश पर डालते हुए रावी नदी में बहाकर शहीद किया गया, परंतु गुरु साहिबान ने जहांगीर की एक भी शर्त,जो कि धर्म एवं मानवता विरोधी थी,को स्वीकार नहीं किया । जबकि दरबार साहिब श्री अमृतसर की नींव रखने वाले साईं मियां मीर ने गुरु अर्जुन देव जी पर हो रहे जुल्म का विरोध किया और जहांगीर को समझाने का प्रयास किया परंतु तब तक गुरु अर्जन देव का शरीर अंतिम स्वांस तक पहुंच चुका था । गुरू जी द्वारा शहीदी परंपरा को शुरू करते हुए जुल्म के खिलाफ जन जागरूकता का अभियान चलाया। कथावाचक देवेंद्र सिंघ गुरु अर्जन देव जी के जीवन गाथाओं का वर्णन करते हुए कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के संपादन के दौरान गुरु साहिबान ने छह गुरु,15 भक्त, 11 भटों एवं तीन गुरसिखों की वाणी को दर्ज किया । उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमें शुद्ध हवा, शुद्ध पानी ,शुद्ध खाना पीना, तन मन की सफाई एवं योग को माध्यम बनाते हुए पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाकर उनका पालन पोषण एवं संरक्षण करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए हम स्वच्छ वातावरण तैयार कर सकें । बाबा भगवंत भजन सिंह द्वारा संगत को मूल मंत्र एवं गुरबाणी शब्द का जाप करवाया गया। उन्होंने सभी को गुरुमुखी अक्षर ज्ञान पंजाबी भाषा का ज्ञान प्राप्त करने और कुर्बानी का पाठ नित्य प्रति करने की अपील की । इस अवसर पर दिवंगत सरदार नसीब सिंह एवं दिवंगत सरदारनी नसीब कौर के परिवार भगवंत सिंह ,परमजीत सिंह, हरवीर सिंह के अलावा
हरमनप्रीत सिंह, सिमरन जोत सिंह ,परमवीर सिंह सहित अन्य परिजनों द्वारा गुरु का लंगर एवं ठंडे मीठे पानी की शब्बील लगा कर सेवा की गई । कार्यक्रम समापन पर बाबा भगवंत भजन सिंह द्वारा समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले समाजसेवियों को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया गया । वही सिख मिशनरी कॉलेज लुधियाना की गदरपुर इकाई द्वारा चलाए जा रहे सिलाई प्रशिक्षण शिविर की बालिकाओं द्वारा तैयार किए गए सूट 25 जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं को प्रदान किये गये। वही बाबा भगवत भजन सिंह द्वारा बच्चों एवं युवाओं को सुंदर दस्तार सजाने के लिए प्रेरित करते हुए बच्चों को दस्तार सजाई गई और अरदास के उपरांत प्रसाद एवं मिष्ठान वितरण किया गया।





