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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर मसूरी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनको याद किया. इस मौके पर मसूरी तिलक मेमोरियल लाइब्रेरी मे अटल जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर अटल जी अमर रहे के नारे लगाये गए। इस मौके पर वक्ताओं ने अटल जी द्वारा देश के विकास में किए गये योगदान पर प्रकाश डाला ओर उनके बताये हुए मार्ग पर चलने का आहवान किया।
इस मौके पर मसूरी भाजपा मंडल के पूर्व अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत को मजबूत बनाने एवं समानता के साथ विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाया. अटल जी के समय पूरे विश्व में भारत ने अपनी अलग पहचान बनाई. कॉलेज जीवन में ही उन्होंने राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया था और शुरू में छात्र संगठन से जुड़े. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख कार्यकर्ता नारायण राव ने उन्हें बहुत प्रभावित किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शाखा प्रभारी के रूप में कार्य किया. उनका राजनीतिक जीवन 1942 में शुरू हुआ. भारतीय जनसंघ पार्टी का गठन हुआ था, तो उसमें श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे नेताओं के साथ अटल बिहारी वाजपेयी की अहम भूमिका रही. साल 1952 में अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार लखनऊ लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, पर सफलता नहीं मिली. बाद में वह चुनाव में सफल हुए और देश के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने विकास को गति दी।उन्होंने अपने कार्यकाल में अनेक निर्णय देश हित में लिए व उत्तराखंड राज्य सहित छत्तीसगढ व झारखंड राज्य का निर्माण कर बड़ी उपलब्धि हासिल की। अटल बिहारी बाजपेई का व्यक्तित्व इतना बड़ा था कि विरोधी पार्टी के नेता भी उनका बड़ा सम्मान करते थे।
इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता मदनमोहन शर्मा ने कहा कि अटल बिहारी बाजपेई का मसूरी से बड़ा लगाव रहा है वह तीन से अधिक बार मसूरी आये व यहां आकर वह सामान्य जीवन जीते थे उन्होंने बताया कि तीनों ही बार वह बाजपेई से मिले व उनके साथ कई विषयों पर दुकान में बैठ कर चर्चा करते थे। उत्तराखंड राज्य निर्माण उनके मसूरी के प्रति प्रेम का परिणाम है। उन्होंने कहा कि बाजपेई ने देश के प्रधानमंत्री रहते हुए अनेक विकास कार्य किए व विश्व में भारत की अलग पहचान बनाई।
भाजपा के वरिष्ठ नेता मनमोहन कर्णवाल ने कहा कि बाजपेई मसूरी कई बार आये व उनके निवास पर रहे जिस कारण उनको जानने का अवसर मिला। लेकिन व घर में कोई राजनीतिक बात नहीं करते थे व कहते थे कि राजनीतिक बात केवल मंच पर होती है। पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य उन्हीं की देन है व उनका मसूरी से गहरा लगाव रहा है। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, उपाध्यक्ष अरविंद सेमवाल, महानगर महिला मोर्चा उपाध्यक्ष पुष्पा पडियार, मीरा सकलानी, पुष्पा पुडीर, अवतार कुकरेजा, अनीता सक्सेना, जसोदा शर्मा, आशुतोष कोठारी, विजय बिंदवाल, रजत अग्रवाल, बिजेंद्र भंडारी नर्मदा नेगी, सतीश ढौंडियाल, राकेश ठाकुर, अनीता धनाई, अमित भट्ट आदि मौजूद रहे।

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