रूडकी के सेन्ट्रम होटल में पहुंचे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने प्रेस वार्ता के दौरान सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसान के लिए गन्ने की ऐसी फसल है जिस पर वह परिवार की आर्थिक स्थिति व ग्रामीण व्यवस्था पर निर्भर रहता है। गन्ने का मूल्य राजनीति के कारण घोषित नहीं किया गया वर्ना एक सप्ताह के अंदर गन्ने का रेट घोषित हो जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार यूपी की तर्ज पर काम करती है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। उत्तराखंड में अभी तक गन्ने का भाव घोषित हो जाना चाहिए था। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार इकबालपुर व बाजपुर शुगर मिल को षड्यंत्र के तहत बंद कर देना चाहते हैं। उन्होंने मांग रखी कि यह मिल बंद नहीं होने चाहिए। उन्होंने भाजपा के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान पर कहा कि वे उनके बयान की निंदा करते हैं। क्या बीजेपी प्रेमचंद अग्रवाल के बयान को सही मानती है। अगर भाजपा उनके बयान को सही मानती है तो खुलकर कहे और अगर गलत समझती है तो उनको दंडित किया जाए। इस तरह के का बयान भावनात्मक रूप से तोड़ता है।

