

- उत्कृष्ट कार्यकाल के लिए नगर निगम में हुआ भव्य सम्मान
रुद्रपुर। नगर निगम रुद्रपुर के इतिहास में बुधवार का दिन यादगार बन गया, जब शहर की प्रशासनिक व्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल को पदोन्नति के साथ देहरादून स्थानांतरित किए जाने पर नगर निगम सभागार में भव्य विदाई समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर महापौर विकास शर्मा सहित निगम के अधिकारी, कर्मचारी, पार्षद, ठेकेदार, व्यापारी और गणमान्य नागरिकों ने नगर आयुक्त को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित करते हुए भावभीनी विदाई दी। नगर आयुक्त के सम्मान में सभागार तालियों से गूंज उठा । वक्ताओं ने उनके कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक कर्मठ, निष्ठावान और जनहितकारी अधिकारी बताया।


महापौर विकास शर्मा ने अपने सम्बोधन में कहा नरेश दुर्गापाल जैसे अधिकारी मिलना दुर्लभ होता है। उनके कार्यकाल में नगर निगम ने जो ऊंचाइयां छुईं, वह उनकी पारदर्शी कार्यशैली और प्रशासनिक प्रतिबद्धता का ही परिणाम है। उनके नेतृत्व में निगम को चार बड़े पुरस्कार प्राप्त हुए, जो शहर के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने आगे कहा शहर का कोई भी नागरिक नहीं चाहता था कि नगर आयुक्त यहां से जाएं, लेकिन प्रशासनिक व्यवस्था में स्थानांतरण एक अनिवार्य प्रक्रिया है। हमसे एक प्रतिभाशाली अफसर छिन गया है जिसकी कमी लंबे समय तक खलेगी। नगर आयुक्त ने अपनी उत्कृष्ट शैली से नगर सिर्फ प्रशासन से जनता के दिलों में एक अलग छवि बनाई। नगर आयुक्त की कमी नगर निगम को हमेशा खलती रहेगी। नरेश दुर्गापाल को नगर की जनता कभी भूल नहीं पायेगी।
उप नगर आयुक्त शिप्रा जोशी पाण्डे ने कहा कि नरेश दुर्गापाल एक प्रेरणास्रोत अधिकारी रहे हैं। उन्होंने हमें सिखाया कि कठिन परिस्थितियों में भी कैसे संयम और साहस से निर्णय लिए जाते हैं। उनके अनुभव ने हमें निरंतर बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
पार्षद संघ के अध्यक्ष राजेश जग्गा ने कहा कि नगर आयुक्त के दिशा निर्देशन में नगर निगम ने विकास के नये आयाम स्थापित किये हैं। इनके जैसा अधिकारी मिलना आसान नहीं है। रूद्रपुरवासियों को ऐसे ही अधिकारी की जरूरत है।
पार्षद प्रतिनिधि राधेश शर्मा ने कहा कि जहाँ अन्य अधिकारी बस्तियों में जाने से कतराते हैं, वहीं श्री दुर्गापाल ने मलिन बस्तियों में जाकर हर नागरिक की आवाज सुनी और समस्याओं का समाधान किया। उनके प्रयासों से प्रदेश का पहला स्मार्ट वेंडिंग जोन बना, जो उनके दूरदृष्टि का उदाहरण है।
स्वागत और सम्मान से भावुक हुए नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल ने कहा कि उन्हें इस टीम के साथ काम करके गर्व महसूस हुआ। उन्होंने कहा मुझे एक ऐसा माहौल मिला जहां सहयोग और समर्पण की भावना थी। महापौर विकास शर्मा की युवा और स्पष्ट सोच ने निगम को नई दिशा दी है। उनका नेतृत्व ही निगम की रफ्तार बना है। महापौर के रूप में विकास शर्मा के आने से नगर निगम एक तरह से पुनः जिंदा हो गया, उनकी युवा सोच का ही परिणाम है कि नगर निगम आज तेजी से आगे बढ़कर जनहित के कामों को धरातल पर उतार रहा है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व करने वाला तेज तर्रार और उर्जावान हो तो फिर कोई भी काम मुश्किल नहीं होता। उन्होंने कार्यकाल के दौरान सहयोग के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ साथ पार्षदों का भी आभार व्यक्त किया उन्होंने कहा कि सभी ने उन्हें सम्मान और सहयोग किया। उन्होंने कहा मेरे जीवन में कई स्थानांतरण हुए, लेकिन आज जैसा स्नेह और सम्मान कभी नहीं मिला। रुद्रपुर से मेरा भावनात्मक जुड़ाव हमेशा बना रहेगा। जब भी इस शहर को मेरी जरूरत पड़ेगी, मैं हमेशा तत्पर रहूंगा।
विदाई समारोह का संचालन मनोज कर्नाटक ने किया। कार्यक्रम में सहायक नगर आयुक्त राजू नबियाल, एसएनए रणदीप, स्वास्थ्य अधिकारी पियूष रंजन, भाजपा मण्डल अध्यक्ष सुनील ठुकराल, पारस चुघ, हरजीत राठी, चिराग कालरा, सुनील रोहतगी, मुकेश राजौरिया, इन्द्रजीत सिंह, उमेद सिंह, कुलदीप कुमार, तपन कुमार, जुबक मोहन सक्सेना, प्रशांत जोहरी, शाहीन मलिक, प्रकाश चन्द्र पंत, हरीश सिंह,उमेश पंत, प्रवीण सक्सेना आदि सहित तमाम लोग मौजूद थे।








