गदरपुर । सन् 1990 में कश्मीर घाटी में अपनी मातृभूमि छोड़ने को मजबूर कश्मीरी पंडितो की घाटी में पुनः ससम्मान वापिसी को लेकर केन्द्र सरकार से एकम सनातन भारत दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डा.आरके महाजन ने कार्यकताओ को सम्बोधित करते हुए मांग की। जानकारी के अनुसार नवगठित एकम सनातन भारत दल के कार्यकर्ता स्थानीय कार्यालय पर एकत्र हुए। सर्वप्रथम कार्यकर्ताओं ने19 जनवरी1990 में कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा मारे गये कश्मीरी हिन्दुओं को श्रृद्धांजलि दी। उस बाद ‘इस’ नरसंहार’ की ‘जानकारी देते हुए डा.महाजन ने कहा,यह देश का दुर्भाग्य है कि हिन्दू बाहुल्य भारत देश में बार-बार हिन्दुओ को ही निशाना बनाया जाता रहा है । 19 जनवरी 1990 का पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों ने कश्मीर में यह घोषणा करायी कि जितने भी हिन्दू कश्मीर घाटी में रहते है, उनके पास केवल तीन विकल्प,घाटी छोड़कर भाग जायें,सभी हिन्दू ,मुसलमान बन जाएं या मरने के लिए तैयार रहें, थे । इसके बाद मस्जिदों व अन्य साधनों से घोषणा की गयी तथा हिन्दुओं पर अत्याचार शुरू कर दिये गये। कई कश्मीरी हिन्दू हताहत हुए,कई लोग मारे गये। भय से 5 लाख कश्मीरी हिन्दुओं ने घाटी छोड़ दी तथा जम्मू व अन्य सुरक्षित स्थानों पर चले गये उस समय वीपी सिह की सरकार थी तथा मोहम्मद सईद गृहमंत्री थे। किसी भी राजनीतिक पार्टी ने हिन्दुओ की सुरक्षा के लिए कुछ नही किया। 1990 से लेकर आज तक कश्मीरी हिन्दू घाटी में वापसी की बाट जोह रहे हैं लेकिन किसी भी सरकार ने कुछ नहीं किया।इस अवसर पर डा.आर.के.महाजन,गोपाल कश्यप,तेज रतन,अनिल ठाकुर,अमित ढींगरा,हरचरन चन्ना,अमर सिंह, राजकुमार नैय्यर आदि मौजूद रहे ।







