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रूद्रपुर, सूबे के मा0 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को केंद्र द्वारा जारी दिशा निर्देशों के क्रम में राज्य स्तर पर की गई तैयारियों एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर वर्चुअल समीक्षा बैठक ली।
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में वर्तमान समय में स्थिति सामान्य है परंतु सभी विभाग और अधिकारियों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को बॉर्डर एरिया में सघन चैकिंग अभियान एवं जनपदों में सामरिक महत्व के स्थलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में संवेदनशील स्थानों, महत्वपूर्ण स्थानों, चारधाम यात्रा स्थलों, अन्य मार्गों पर सुरक्षा के समुचित उपाय किए जाए। उन्होंने वेरिफिकेशन ड्राइव में तेजी लाने के साथ ही संदिग्ध लोगों की पहचान तथा सत्यापन करने के निर्देश दिए। उन्होंने सोशल मीडिया एवं अन्य माध्यम में संवेदनशील खबरों एवं फेक न्यूज का संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही किए जाने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार, राज्य भर में मॉक ड्रिल का आयोजन करेगी। उन्होंने कहा सम्भावित खतरों की चेतावनी हेतु सभी जनपदों में सायरन की समुचित व्यवस्था की जाए। साथ ही मुख्यमंत्री ने सीमांत क्षेत्रों के स्थानीय निवासियों के साथ प्रशासन को संवाद स्थापित करने के भी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा देश की वर्तमान स्थिति पर सभी प्रदेशवासी देश के सैनिकों के साथ खड़े हैं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को केंद्र द्वारा जारी दिशा निर्देशों का शत प्रतिशत सख्ती से पालन करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सर्व धर्म सभा, और पद यात्रा का आयोजन करके इन कार्यक्रमों के माध्यम से सेना के मानोबल बढ़ाया जाएगा । राज्य सरकार हर स्थिति में सैनिकों और उनके परिजनो के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य में हर परिवार का कोई सदस्य सेना में है, ऐसे में सभी का मनोबल बढ़ाना हम सभी का कर्तव्य है। मुख्यमंत्री ने कहा भारत को एकता में ही उसकी शक्ति है। हम हर चुनौती से निपटने के लिए सक्षम हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रदेशभर में खाद्यान्न और चिकित्सा उपकरणों और दवाइयों की उपलब्धता पूरी तरह बने रहे।
बैठक में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने बताया कि सुरक्षा के दृष्टिगत जनपद के सीमाओं की सुरक्षा बढ़ाने हेतु जनपद को सीमा सुरक्षा बल (एसएसबी) की एक कम्पनी मिल चुकी है जिसे उचित स्थान पर ठहराया गया है जहां उनके रहने-खाने की उचित व्यवस्था है जिसकी देखभाल स्वंय उपजिलाधिकारी द्वारा किया जा रहा है। उन्होने बताया कि जनपद में आपदा प्रबन्धन, औद्योगिक संस्थानों, एवं जलाशयों के पाश पर्याप्त सायरन की व्यवस्था है जिसे किसी भी आपात काल में प्रयोग किया जा सकता हैं। उन्होने बताया कि नगर निकायों को भी चिन्हित कर सायरन लगाने के निर्देश दिये जा चुके है। श्री भदौरिया ने बताया कि जनपद में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी आदि जितनी भी बटालियन है सबको अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिये जा चुकें है। उन्होने बताया कि सोशल मीडिया पर निगरानी हेतु जिला सूचना अधिकारी, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी एवं पुलिस की संयुक्त टीम बना दी है, जो जिला अपादा प्रबन्धन कार्यालय के कन्ट्रोल रूम से सोशल मीडिया में प्रसारित होने वाली खबरों/पोस्ट की निगरानी करेंगे।
जिलाधिकारी ने बताया कि वॉलिन्टियर मैनेजमेंट में पंजीकरण का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है, जिसमें पूर्व सैनिक, वन विभाग एवं अन्य विभागों से भी चिन्हित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुसार रेडक्रॉस के निशान बनाने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है, इसके अलावा दवा, उपकरण आदि की आपूर्ति की भी जांच कर ली गयी है जो पूरी तरह से सुचारू है। औद्योगिक क्षेत्रों में पन्तनगर सिडकुल, जी0बी0 पंत यूनिवर्सिटी, आई0 आई0 एम0 काशीपुर अन्य संस्थानों के साथ बैठक हो चुकी है। आपदा विभाग द्वारा मॉकड्रिल, फायर ड्रिल हो चुकी है एवं एक र्माकड्रिल प्रस्तावित है। उन्होने बताया कि सत्यापन अभियान जनपद में लगातार जारी है। यह अभियान शहरों के साथ-साथ जनपद की सीमाओं पर भी चालू है।इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकान्त मिश्रा, अपर जिलाधिकारी पंकज उपाध्याय, ओसी गौरव पाण्डे एवं जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी उमा शंकर नेगी उपस्थित थे।

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