
किच्छा सहकारी आंदोलन के जरिए हम देश के विकास, ग्रामीण विकास एवं विशेषकर स्वरोजगार के क्षेत्र में छोटी उद्यमिता एवं नवाचार के माध्यम से महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उक्त उद्गार आज नारायणपुर किसान सहकारी समिति किच्छा एवं दक्षिणी किच्छा बहुद्देश्यीय किसान सेवा सहकारी समिति किच्छा के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं संचालक मंडलों के अलग-अलग शपथ ग्रहण समारोहों में, नारायणपुर एवं किच्छा में मुख्य अतिथि के रूप में शपथ दिलाते हुए पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने व्यक्त किए। शुक्ला ने कहा कि सहकारी समितियों के चुनाव में किच्छा–रुद्रपुर क्षेत्र की सभी समितियों में एकतरफा भाजपा समर्थित अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा संचालकों का निर्वाचन, कृषकों में भाजपा के लगाव का परिचायक है।
मुख्य अतिथि राजेश शुक्ला ने कहा कि सहकारी समितियों का मुख्य उद्देश्य लाभ कमाना नहीं बल्कि सभी सदस्यों के हितों की पूर्ति करना है। सहकारी समिति सदस्यों का एक समूह होती है, जिसका स्वामित्व एवं नियंत्रण समिति के सदस्यों के पास रहता है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के नेतृत्व में राज्य की 670 किसान सेवा सहकारी समितियाँ कंप्यूटरीकृत हो चुकी हैं, जिससे उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना है। उन्होंने कहा कि सहकारिता के माध्यम से हम आत्मनिर्भर उत्तराखंड बनाकर आत्मनिर्भर भारत निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। वर्तमान में कृषकों को एक लाख रुपये तथा कृषि कार्यत्तर कार्यों के लिए तीन लाख रुपये तक का ब्याजमुक्त ऋण तथा स्वयं सहायता समूहों को पाँच लाख रुपये तक का ब्याजमुक्त ऋण सहकारिता के माध्यम से उपलब्ध कराया जा चुका है। किसानों के उत्पाद, जैसे मिलेट्स की फसल, के लिए भी 25 करोड़ रुपये तक का भुगतान सहकारी समितियों के माध्यम से किया गया है।
शुक्ला ने सहकारी समितियों से आग्रह किया कि वे अपने सदस्यों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दें तथा उनके लिए बाजार विकसित करें, ताकि बड़ी संख्या में युवाओं और महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार एवं केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के माध्यम से सहकारी समितियों के विकास एवं उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए वे तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाला समय सहकारिता का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमित शाह को देश का सहकारिता मंत्री बनाकर, सहकारी समितियों के माध्यम से गुजरात मॉडल की तरह अमूल एवं इफको की भांति नए सहकारी व्यापार को बढ़ावा देने का मार्ग प्रशस्त किया है।
इस अवसर पर सर्वप्रथम अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष सहित संचालक मंडल को शपथ दिलाई नारायणपुर सहकारी समिति में अध्यक्ष नरेंद्र ठुकराल उपाध्यक्ष पुष्पा पाठक संचालक नरेंद्र मोदी त्रिपाठी राजगंगनेजा सुरेश सुराना नीरज द्विवेदी मधुलेश तिवारी निर्मला मिश्रा नितेश कुमार श्रीवास्तव मधुसूदन ने शपथ ग्रहण किया।
दक्षिण की शिक्षा सहकारी समिति में अध्यक्ष मंजू रावत उपाध्यक्ष हंसराज संचालक नंदी देवी राजेश कुमार कोहली नरेंद्र बागवानी मिथलेश गंगवार राजरानी रामपाल मोहम्मद सलमान रफीक अहमद जसमीत कक्कड़ जमुरत जहां को शपथ दिलाई।
इस अवसर पर ब्लॉक प्रमुख रीना गौतम, मंडल अध्यक्ष गोल्डी गोराया, मयंक तिवारी, मनमोहन सक्सेना, संदीप अरोड़ा, कृष्णा कान्हा तिवारी, नारायण पाठक, धीरज द्विवेदी, शिवकुमार यादव, शिवा ठुकराल, मूलखराज ठुकराल, शुभम पुजारा, रजनीश कुमार, अमित मदान, ग्राम प्रधान संघ अध्यक्ष वीरेंद्र यादव, त्रिलोक सिंह नेगी, चंदन पांडे, अखिलेश यादव, उदयभान कुशवाहा, संजय कुशवाहा, ज्ञान तिवारी, अंकित पाठक, बंटी खुराना, सनी का, बाबा संता सिंह, सैयद इफ्तार मियां, नितिन वाल्मीकि, रेनू यादव, संध्या झा, मधु गुप्ता, हंसी बिष्ट, बिजेंद्र यादव, जितेंद्र गौतम, मिथुन मंडल, राजकुमार कोली, राकेश गुप्ता, पूरन भट, जितेंद्र गुप्ता, श्याम सुंदर बिष्ट, आशीष तिवारी, महेंद्र पाल, कुलदीप बग्गा, मूलचंद राठौर, रमन कोली, लक्ष्मण खग्गर, महेंद्र कामरा, नीरज खुगगर समेत सैकड़ो किसान व पार्टी पदाधिकारी उपस्थित थे।










