डीडीहाट।
तहसील के दूरस्थ गांव गराली में संचार सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से BSNL का 4G टावर लगाया गया था, लेकिन दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी यह महज दिखावे का ढांचा बनकर खड़ा है। टावर का संचालन शुरू न होने से ग्रामीणों को मजबूरन निजी कंपनियों के महंगे सिम कार्ड पर निर्भर रहना पड़ रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में वे कई बार BSNL विभाग से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। उनका कहना है कि डिजिटल युग में भी नेटवर्क न होना बच्चों की पढ़ाई, ऑनलाइन सेवाओं और आपात स्थिति में बड़ी समस्या बन गया है।
ग्रामीण बहादुर सिंह ने कहा कि “सरकार गांव-गांव में डिजिटल इंडिया की बात करती है, लेकिन हमारे गांव में आज भी मोबाइल से ठीक से बात करना संभव नहीं है।”
होशियार सिंह कन्याल का कहना है कि “यदि BSNL टावर चालू हो जाता तो हमें प्राइवेट कंपनियों के महंगे पैक नहीं खरीदने पड़ते, लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण हमें मजबूरी में ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है।”
खगेन्द्र सिंह कन्याल ने चेतावनी दी कि “यदि जल्द ही टावर चालू नहीं किया गया तो ग्रामीण आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी BSNL विभाग की होगी।”
ग्राम प्रधान चाँदनी देवी का आश्वासन-
इस संबंध में जब खबर पड़ताल की दूरभाष के माध्यम से नव निर्वाचित ग्राम प्रधान गराली श्रीमती चाँदनी देवी जी से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि “ग्रामीणों द्वारा इस समस्या को लेकर उन्हें भी शिकायत मिली है। बरसात का समय होने के कारण अभी वे अपनी ग्राम सभा में ही हैं, लेकिन एक-दो दिन के भीतर पिथौरागढ़ जाकर संबंधित विभाग से समस्या के समाधान की मांग करेंगी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जल्द ही ग्रामीणों को BSNL की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।”






