मां पूर्णागिरि धाम में मत्था टेकने के बाद नेपाल के
सिद्धबाबा के दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं और दुकानदारों के बीच पानी की बोतल को लेकर खूनी संघर्ष हो गया जिसमें आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ये श्रद्धालु
ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा के रहने वाले हैं। हाथापाई में दोनों पक्षों के 8 लोग घायल हो गए। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
श्रद्धालु छेदा लाल के मुताबिक ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा पुलभट्टा के भंगा के 100 से अधिक श्रद्धालु दो बसों में आए थे। 26 अप्रैल को पूर्णागिरि देवी दर्शन के बाद ये तमाम लोग पैदल सिद्धधाम जा रहे थे। इस
बीच बैराज मार्ग पर एक श्रद्धालु ने एक दुकान से पानी की बोतल खरीदी।छेदा लाल का कहना है कि दुकानदार ने एक लीटर की पानी की बोतल 20 रुपये के
बजाय 30 रुपये में दी। अधिक कीमत की शिकायत की, तो दुकानदार भड़क गया।
बोतल वापस करने पर भी रुपये नहीं लौटाई। कहासुनी धीमे-धीमे हाथापाई में बदल गई। श्रद्धालु छेदा लाल का कहना है कि कुछ दुकानदारों ने उनके साथ के
लोगों पर छुरी और सूजे से भी हमला किया। वहीं दुकानदारों का आरोप है कि पिटाई और अभद्रता श्रद्धालुओं की ओर से की गई है। आरोप है कि बैराज पर तैनात पुलिस मारपीट को रोकने में नाकाम रही। काफी देर तक बैराज में ऊधम
काटते रहे।मौके पर पहुंची पुलिस सभी लोगों को कोतवाली ले गई। बाद में जख्मी लोगों
को उप जिला अस्पताल ले गए। टनकपुर के पुलिस क्षेत्राधिकारी शिवराज सिंह राणा का कहना है कि बैराज में श्रद्धालुओं और दुकानदारों के बीच मारपीटाई
हुई है। घायलों का इलाज कराने के साथ जरूरी विधिक कार्रवाई की जा रही है। उप जिला अस्पताल के डॉ. मोहम्मद उमर घायलों का इलाज कर रहे हैं। सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

