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बाजपुर। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बाजपुर की एनसीसी यूनिट द्वारा आज महाविद्यालय में दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता हिंदी विभाग के डॉ. खेमकरण सोमन ने श्रीमदभगवद गीता के माध्यम से कहा कि हर वक्त संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता न इस लोक में है, न ही कहीं और। दुखद यह है कि संदेह करने वाले और रोगी व्यक्तियों से यह धरती अब पटी जा रही है। इस संकट की घड़ी में योग का महत्व इतना है कि यह व्यक्ति को तन मन से स्वस्थ रखकर हर संदेह से मुक्त करता है। सृष्टि प्रमुखतः तमस, रजस और सत्व आदि तीन गुणों से लैस है। ये तीनों गुण मनुष्य में भी हैं। एक गुण में बदले की भावना निहित है। दूसरे में किसी को नष्ट करने की, और तीसरे में बुरी चीजों के परत्याग की। योग मनुष्य को इन सबसे ऊपर ले जाकर निडर व अपनत्व भाव से जीना सिखाता है। ऐसे मनुष्य ही सृष्टि को वसुधैव कुटुम्बकम् की भावना से देख पाते हैं। एनसीसी के कैडेट तनु और सताक्षी शर्मा ने योग की बारीकियाँ और लाभ बताते हुए बहुत सरल विधि से योगाभ्यास करवाया। कार्यक्रम का संचालन वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष और एनसीसी प्रभारी लेफ्टिनेंट डॉ. मनप्रीत सिंह ने किया। इस अवसर पर कमलजीत सिंह, सूरजपाल सिंह, सुमन सैनी, अंशु दिवाकर, रानी, दीक्षा, रितिका, करण, प्रीति, अंशु, तनिषा, शीतल, काजल, शिवानी, दीपाली, संजना और एनसीसी सहायक श्री हरीश बुंगला उपस्थित रहे।

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