निकाला मार्च पास्ट,भारी संख्या में मातृशक्ति ने भी की सहभागिता,पहुंचे स्कूली बच्चे भी
हिंदू मुस्लिम समाज के लोग भी पहुंचे बैठक में
गदरपुर/नबावगंज। गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोबिन्दसर साहिब नवाबगंज में एक विशाल सभा का आयोजन किया गया जिसमें हजारों की संख्या में सिख, गणमान्य लोग एवं महिलायें-शिक्षिकायें भी पहुंची। जिन्होने श्री नानकमत्ता कार सेवा के बाबा हत्याकांड में वीर जी अनूप सिंह के नाम को एक षड़यंत्र के तहत संदेह के आधार पर नामजद कर फंसाये जाने पर जमकर आलोचना एवं निन्दा की गई । इससे पूर्व भी कई बार सिख संगत ने समय समय पर विरोध प्रदर्शन कर एवं प्रेस कान्फ्रेस के माध्यम से उत्तराखंड सरकार एवं प्रशासन से इस मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की। जिसमें सिख संगत एवं गणमान्य व्यक्तियों ने शासन एवं प्रशासन के उच्चाधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें स्थिति से अवगत कराया जिस पर उच्च अधिकारियों द्वारा भी सिख संगत एवं गणमान्य व्यक्तियों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन भी दिया गया किन्तु इसके बावजूद 01-10-2024 को उत्तराखंड पुलिस द्वारा गुरुद्वारा नवाबगंज में वीर जी अनूप सिंह के विरुद्ध कुर्की की कार्यवाही का नोटिस चस्पा कर दिया गया। जिसका सिख संगत कड़े शब्दों में विरोध करती है । और पुनः इस मामलें की जांच किसी उच्च स्तरीय एजेंसी से कराने की मांग करती है ताकि वीर जी अनूप सिंह को न्याय मिल सके वक्ताओ ने कहा कि नवाबगंज/रतनपुरा कार सेवा डेरा प्रमुख अनूप सिंह वीर जी का उक्त हत्याकांड मामले से कोई संबंध नहीं है। वह पूर्णतया निर्दोष है। उनका संबंध इस घटना से जबरन जोड़ा जा रहा है,जो कि न्याय संगत नहीं है। इस घटना को लेकर काफी रोष व्यप्त है। सभी लोगों को मानना है कि हमारे वीर अनूप सिंह निर्दोष है और उन्हें न्याय मिले और हम उनके साथ है। वक्ताओं ने कहा कि पहले सरकार इस पक्ष की जांच करें फिर दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये। वक्ताओं ने कहा कि वीर अनूप सिंह हमेशा सामाजिक एवं शिक्षण कार्यों में बढ़ चढ़कर भाग लेते रहे है और शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका काफी योगदान रहा है। सिख समाज के बच्चों को शिक्षा देने में वह हमेशा प्रयासरत रहते है। वक्ताओं ने कहा कि हमारे वीर जी जीवन देना जानते है न कि जीवन लेना। सभा में किसान नेता तजेन्द्र सिंह विर्क, हरमन जोेेत सिंह, हरप्रीत सिह मक्खू पंजाब, गुरबाज सिंह, मलकीत सिंह बाजवा,परमजीत सिंह भिंडर, सुरिंदर सिंह संधू, अफजलगढ़, मनप्रीत सिंह संधू पीलीभीत,अस्मिता चौहान अफजलगढ़, दलविंदर सिंह अमरिया,जसविंदर सिंह मलसी, परगट सिंह,ज्ञानी सुरिंदर सिंह, डा. दलजीत सिंह किच्छा, बलजीत सिंह बिट्टू,कश्मीर सिंह, लखविन्दर सिंह,प्रोफेसर कश्मीर सिंह,नवदीप सिंह अफजलगढ़,लखविन्दर सिंह रामपुर, सुरैन सिंह, प्रगट सिह, गुरनाम सिंह, देवेन्द्र सिंह, हरजिन्दर सिंह, नबाव सिंह, प्रताप सिंह, हरमन जोत सिंह, डीके बाजपेयी,भूपेन्द्र सिंह, मनजीत सिंह,पृथपाल सिंह, हरप्रीत सिह, दरबारा सिंह ,रेशम सिंह ,निर्मल सिंह हंसपाल, सतनाम सिंह शौंकी, बलजिंदर सिंह पूर्व सदस्य भाषा विभाग पटियाला, हरजीत सिंह ,जसवीर सिंह,हरनाम सिंह, गुरमीत सिंह, गुरजंट सिंह सहित काफी संख्या में पहुंचे लोगों ने वीर अनूप सिंह को निर्दोष बताते हुए निष्पक्ष जांच करवाये जाने की मांग की गयी। वक्ताओं ने कहा कि देश में जब-जब भी विपत्ति आयी है तो सिख कौम ने सबसे अधिक कुर्बानियां दी है। सिख कौम न किसी के आगे झुकी है और न ही झूकेगी और सदैव सच्चाई के मार्ग पर चलती रहेगी। अधिकांश वक्ताओं ने कहा कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच न की गयी तो सिख समाज इसके लिए पीछे नहीं रहेगा। रोष सभा के बाद विशाल मार्च पास्ट निकाला गया जिसमें महिलाओं ने बैनर पोस्टर पर वीर अनूप सिंह निर्दोष है ,के साथ नारे लगाये गये। बाजपेयी, भूपेन्द्र सिंह, मनजीत सिंह, पृथपाल सिंह, हरप्रीत सिह, दरबारा सिंह सहित काफी संख्या में पहुंचे लोगों ने वीर अनूप सिंह को निर्दोष बताते हुए निष्पक्ष जांच करवाये जाने की मांग की गयी।लगभग चार दशक पूर्व से गुरुद्वारा श्री हरगोविंद सर नवाबगंज तहसील बिलासपुर जिला रामपुर उत्तर प्रदेश,जो कि गुरु हरगोबिंद साहब की चरण स्पर्श थरती है ,में कार सेवा के माध्यम से वीर अनूप सिंह को सेवा सौंपी गई थी जिनके द्वारा आज तक निस्वार्थ भाव से सेवा करके नशा मुक्ति अभियान चलाते हुए जरूरतमंदों की सहायता भी की गई। कई गरीब बच्चों की शिक्षा हेतु सहायता एवं गरीब कन्याओं के विवाह के लिए भी हमेशा अग्रणी रहे चार अकादमी स्थापित करके शिक्षा के क्षेत्र में वे नवाबगंज को एक उच्च मुकाम पर पहुंचा चुके हैं वहीं हर वर्ष कबड्डी सहित अन्य खेलों के माध्यम से युवाओं को जोड़ने का कार्य उन्होंने किया। मीरी पीरी खालसा अकैडमी के बच्चे देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न खेलों में गोल्ड मेडल एवं अन्य पुरस्कार जीत कर क्षेत्र का नाम रोशन कर चुके हैं वीर अनूप सिंह द्वारा अपने परिवार का भी परित्याग करके केवल गुरुघर की सेवा के लिए स्वयं को समर्पित किया है जिनके द्वारा आजीवन गुरु घर की सेवा के लिए दो समय का भोजन और कपड़ा जैसी मूलभूत सुविधाओं के अलावा अन्य सुविधाओं का परित्याग किया है जिस पर संगत द्वारा उन्हें कई बार सम्मानित भी किया जा चुका है। उन पर हत्याकांड में शामिल होने जैसे लांछन लगाए जाने पर संगत में रोष पनप रहा है प्रशासन को चाहिए निष्पक्ष जांच करके दोषियों को सजा एवं वीर जी को दोष मुक्त किया जाए।