पन्तनगर,प्रदेश के अपर मुख्य सचिव/ कृषि उत्पादन आयुक्त आनन्द बर्द्धन ने पन्तनगर विश्वविद्यालय के गॉधी सभागार में टी०डी०सी० की वार्षिक सामान्य बैठक में अंशधारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि निगम द्वारा कृषि विभाग के सहयोग से बीज वितरण कर उत्तराखण्ड राज्य में उच्च उत्पादकता वाली प्रजातियों की 30000 कुन्तल बीज मात्रा राज्य के कृषको को उपलब्ध कराकर लाभांवित किया जा रहा है, इससे राज्य में प्रमाणित बीजों का उपयोग बढ़ा है तथा बीज प्रतिस्थापन दर में भी वृद्धि हुई है, जिसका सीधा लाभ राज्य के कृषको को हुआ है। टी०डी०सी० द्वारा गेहूँ, धान के अतिरिक्त दलहन, तिलहन बीजों का उत्पादन एवं वितरण कर कृषकों की आय में वृद्धि की जा रही है। निगम की वार्षिक सामान्य बैठक की अध्यक्षता करते हुए अपर मुख्य सचिव ने बताया कि विशेष कर पर्वतीय क्षेत्र के कृषको के लिए मंडूवा, मादिरा, गहत, रामदाना, कालाभट्ट (सोयाबीन) आदि बीज का उत्पादन प्रचुर मात्रा में कर इसका वितरण कृषि विभाग के माध्यम से पर्वतीय क्षेत्रो के कृषकों को किया जा रहा है। निगम का यह भी प्रयास है कि बीज उत्पादक कृषको को उनके उत्पाद का उचित मूल्य प्रदान किया जाये साथ ही अपने बीजों की विक्रय दरों को कम कर कृषकों को लाभांवित किया जाये। उन्होने कहा कि निगम को पुरानी स्थिति पर लाना है तथा अनावश्यक खर्चों को कम कर राजस्व को बढ़ाने के प्रयास भी करने होंगे। उन्होने कहा कि निगम के कर्मचारियों के समायोजन पर भी कार्य किया जा रहा है। टीडीसी की लम्बित वसूली पर भी गम्भीरता से कार्य किया जायेगा। उन्होने कहा कि निगम के अधिकारी-कर्मचारी क्षेत्र का भ्रमण कर किसानों को प्रेरित करें व सुविधाऐं मुहैया करायें। उन्होने टीडीसी के व्यवसाय बढ़ाने हेतु सभी अंशधारकों से सुझाव देने की अपील की।
वार्षिक सामान्य बैठक में उपस्थित अंशधारियो को सम्बोधित करते हुऐ जिलाधिकारी/प्रबन्ध निदेशक नितिन सिंह भदौरिया ने कहा कि निगम की वर्तमान वित्तीय स्थिति सुदृढ नहीं है जिस कारण निगम अपने अस्तित्व के संकट से गुजर रहा है। हमारा उद्देश्य है कि निगम को सभी आवश्यक प्रयास करते हुए, अपनी क्षमता का पूर्ण सदुपयोग कर अन्य सुधारात्मक कदम उठाकर निगम को पुनः प्रगति के पथ पर अग्रसर करने हेतु प्रयास किया जाये। इस कार्य में आप सभी का रचनात्मक सहयोग अत्यन्त जरुरी है। निगम के लाभ की स्थिति में होने पर निगम के अतिरिक्त उपलब्ध शेयरो का आवंटन राज्य के कुमायूँ तथा गढ़वाल मण्डल क्षेत्र में किया जाएगा, जिससे और अधिक बीज उत्पादक कृषक निगम से जुड़ेंगे। पन्तनगर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के कारण अब हमें एक नए मुख्यालय भवन की आवश्यकता है। हमारा प्रयास है कि नया मुख्यालय आधुनिक होने के साथ-साथ हमारी आवश्यकताओं के अनुरुप हो जिससे कार्यों को त्वरितता से पूर्ण किया जा सके। उन्होने बताया कि श्रमिकों एवं प्रबन्धन के मध्य औद्योगिक वातावरण पूर्णतः शान्तिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण रहा है। निगम में कार्यरत कर्मचारियों/अधिकारियों द्वारा पूर्ण निष्ठा एवं समर्पित भाव से कार्य किया जा रहा है, जो अत्यन्त सराहनीय है। निगम के मानव संसाधन विकास तथा कर्मचारियों में नई स्फूर्ति के लिये लगातार उन्नति के लिये प्रबन्धन सजग एवं प्रयासरत् है।
मुख्य कृषि अधिकारी/महाप्रबन्धक डा० अभय सक्सेना ने सभी अतिथियों व उपस्थित अंशधारियो का स्वागत व आभार व्यक्त करते हुऐ पूर्व की भाँति निगम के चहुमुखी विकास में सहभागिता की अपील की। वार्षिक सामान्य बैठक का संचालन मुख्य बीज उत्पादन अधिकारी/प्रभारी कम्पनी अफेयर्स डा० दीपक पाण्डेय द्वारा किया गया।
एजीएम में अंशधारक जेपी सिंह, विश्वेश्वर सिंह, अविनाश गुप्ता, विद्रोही मिश्रा, मुकुल वाशु, सीके सिंह, ज्ञान चन्द्र, दलजीत सिंह, रवि शंकर तिवारी सहित अनेक अंशधारकों ने समस्याऐं व सुझाव दिये।इस अवसर पर निदेशक शोध केन्द्र, डा० अजित नैन, मुख्य महाप्रबन्धक (फार्म) डा० जयंत सिंह, कृषक निदेशक अंकुर पपनेजा, प्रीत कुमार, हरमन्दर सिंह सिद्धू, आभा गर्खाल, रितु टमटा आदि सहित अंशधारक एवं कृषक उपस्थित थे।