चंपावत में पुस्तक प्रदर्शनी कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए जीआईसी पाटी के प्रधानाचार्य प्रदीप जोशी ने कहा कि आज के समय में बच्चों को पुस्तकों से जोड़े रखने हेतु एनबीटी द्वारा आयोजित यह सराहनीय पहल है। पुस्तक प्रदर्शनी लगाने से हमारे छात्र–छात्राओं को अधिक पुस्तकों तक पहुँच प्रदान की जाती है।उन्होंने कहा कि पढ़ने और समझने के कौशल को आगे बढ़ाने और नए विषय को समझने के लिए पुस्तक प्रदर्शनी महत्वपूर्ण ज्ञान का एक शानदार अवसर है। साथ ही जिला प्रशासन का आभार व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य जोशी ने कहा कि जिलाधिकारी के निर्देशन में आयोजित की गई इस पुस्तक प्रदर्शनी से विद्यार्थियों को साहित्य सृजन हेतु प्रेरित व सकारात्मक दृष्टिकोण का विकास करेगी।खण्ड शिक्षा अधिकारी भरत जोशी पुस्तक प्रदर्शनी कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ कर विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विकास खंड के सभी विद्यालय एनबीटी की पुस्तकों से लाभावन्वित होंगे। उन्होंने कहा कि पुस्तक प्रदर्शनी से विद्यार्थी के अंदर साहित्य के प्रति रुचि पैदा होती है और मानव जीवन में पुस्तकों के महत्व के बारे में जागरूक करती हैं।
आदर्श चम्पावत के समन्वयक इंद्रेश लोहनी ने कहा की मा. मुख्यमंत्री जी के पुस्तकों के प्रति लगाव और बुके की जगह बुक के प्रेरणा वाक्य के साथ जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे जी के मार्गदर्शन पर एनबीटी ने चम्पावत के विभिन्न संस्थानों में पुस्तक प्रदर्शनी आयोजित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि एनबीटी द्वारा पुस्तक प्रदर्शनी जिले के सभी विकास खंडों में आयोजित कर शिक्षाप्रद साहित्य व प्रतियोगी पुस्तकें उपलब्ध कराने का प्रयास कई वर्षों से किया जा रहा है।
एनबीटी प्रतिनिधी उपेन्द्र सिंह ने ट्रस्ट के इतिहास और कार्यों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि 55 भाषाओं में विभिन्न पुस्तकें प्रकाशित की जाती हैं और यह प्रकाशन भारतीय भाषा के साथ–साथ विदेशी भाषा में भी पुस्तकें प्रकाशित की जाती है। जिसमें हर तरह की पुस्तकों पर विशेष छूट दी जाती है। उन्होंने जिला प्रशासन चम्पावत का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर संतोष कर्नाटक, प्रेम चन्द्र, भरत ओली, संजय सोराडी, मंजू चौथिया, प्रदीप भट्ट, गोकुलानंद भट्ट, खड़क सिंह बोहरा, उमेश कुमार सिंह, बिशन सिंह, अम्बा दत्त, शेखर कापड़ी, नेहा शुक्ला, भावना, रंजना, कमल कांत पचौली, दीपक भट्ट आदि विभिन्न विद्यालयों के समस्त शिक्षक उपस्थित थे।