श्रीनगर गढ़वाल। हेमंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय स्थापना दिवस के अवसर पर श्रीनगर के नागरिकों द्वारा पीपलचौरी पौड़ी बस अड्डे में धरना प्रदर्शन कर एक विचार गोष्ठी की गई। जिसमें वक्ताओं ने अपने विचार रखें उन्होंने कहा कि गढ़वाल विश्वविद्यालय की स्थापना जनता के संघर्ष से बनाया गया है और आज यहां नये कुलपति की नियुक्ति तक नहीं हुई है। श्रीनगर के नागरिकों ने मांग की है कि एक महीने से अधिक समय होने पर भी नये कुलपति की नियुक्ति न होना केंद्र सरकार की असंवेदनशीलता को दिखाता है इसलिए जल्द से जल्द स्थायी कुलपति की नियुक्ति की जाए। हेमंती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में शैक्षणिक,प्रशासनिक गतिविधियां लगातार प्रभावित हो रही हैं,शिक्षक/शिक्षणोत्तर कर्मचारियों की भारी कमी के कारण परीक्षा परिणाम समय पर नहीं निकल रहे हैं। ऐसे में मुख्य पदों पर नियुक्तियां ना होना गढ़वाल विश्वविद्यालय द्वारा गढ़वाल के लोगों की आशा और आकांक्षाओं पर पानी फेरा जा रहा है। इस एक दिवसीय धरना प्रदर्शन एवं विचार गोष्ठी में अनिल स्वामी,देवेंद्र फर्स्वाण,प्रभाकर बाबुलकर,मेजर राजेंद्र सिंह रावत,उम्मेद सिंह मेहरा,अमूल कुमार चंदोला,सुनीता देवी पंवार,संजय फौजी,अनिल तिवारी डॉ.मुकेश सेमवाल,रेशमा पंवार,गायत्री देवी थपलियाल,गिन्नी देवी सेमवाल आदि शामिल रहे। गढ़वाल विश्वविद्यालय के कर्मचारी देवेन्द्र फर्स्वाण ने कहा कि अगर कुलपति की नियुक्ति शीघ्र नहीं हुई तो कर्मचारी मौन व्रत पर चले जाएंगे। गढ़वाल विश्वविद्यालय संघर्ष समिति के सदस्यों नागरिकों द्वारा विश्वविद्यालय बचाने व अव्यवस्थाओं के खिलाफ सम्मेलन किया जाएगा।