दशहरे से पहले रुद्रपुर में मुस्लिम कलाकार रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतलों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। दशहरा पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है जिसमे लंका के राजा रावण, उसके भाई कुंभकरण और पुत्र मेघनाथ के विशाल पुतलों को जलाया जाता है।पिछले कई दशकों से रुद्रपुर के गांधी पार्क में इन पुतलों को दहन किया जाता है। शनिवार को दशहरा है जिसके मद्देनजर रामनाटक क्लब द्वारा गांधी पार्क में व्यापक तैयारी की जा रही है.. वही इन पुतलों को पिछले 40 वर्षो से रामपुर के कारीगर दिलशाद का परिवार बना रहा है। दिलशाद के मुताबिक उनके द्वारा रुद्रपुर के अलावा खटीमा, किच्छा, सितारगंज, दिनेशपुर आदि शहरों में यह पुतले बनाए जाते है। उनके पूर्वजों के समय से पुतले बनाने के काम को किया जा रहा है।