गदरपुर । उत्तराखंड के प्रमुख सचिव एस एस सन्धू सरकारी भूमि पर कब्जा होने पर अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराकर जवाब देही करने के साथ जागरूकता ला रहे हैं वहीं तहसील की नाक के नीचे राष्ट्रीय राजमार्ग 74 बरीराई केवल गंज के पास सरकारी तालाब की भूमि पर अवैध रूप से कब्जा करने का मामला सामने आने पर प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली सामने आ रही है । राजस्व विभाग की भूमि पर अवैध कब्जे से गुस्साए लोगों ने नारेबाजी कर विरोध जताया और तहसील प्रशासन को सूचना दी प्रशासन द्वारा जेसीबी से अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया गया राष्ट्रीय राजमार्ग74 बाईपास पर चीनी मिल के सामने ग्राम पंचायत बरीराई और बराखेड़ा की सीमा पर कुछ लोगों ने तालाब के एक हिस्से पर मिट्टी डालकर अपना कब्जा जमा लिया कब्जे दारों ने मौके पर टीन शेड डाल लिया जानकारी होने पर बरीराई खेत ग्रामीण हरि सिंह ने अपनी भतीजी ग्राम कल्याणपुर बाजपुर निवासी गंगा देवी और अन्य लोगों के साथ रोष जताते हुए अपने नाम अभिलेख में दर्ज भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाते हुए तहसील में सूचना दी । इस बीच ग्राम चकरपुर के संजीव कुमार गाबा और विकास गाबा मौके पर पहुंचे,उनका आरोप था कि कुछ लोग अभिलेखों मैं दर्ज उनकी भूमि पर अतिक्रमण कर कब्जा कर रहे हैं । उन्होंने अभिलेखों मैं दर्ज भूमि की जांच कर अतिक्रमण हटाने के उपरांत उनकी भूमि पर कब्जा देने की मांग की ।
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तहसीलदार देवेंद्र सिंह बिष्ट के निर्देश पर राजस्व निरीक्षक लक्ष्मण राम, गरीब सिंह राणा, पटवारी मंजू बिष्ट और ज्योति पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे उन्होंने अतिक्रमण कर कब्जा की गई भूमिका का अवलोकन किया राजस्व अभिलेखों में भूमि तालाब और नाले के नाम परदर्ज होना पाई गई राजस्व टीम ने जेसीबी के जरिए तालाब की भूमि पर किए गए कब्जे को ध्वस्त कर दिया तहसीलदार ने बताया कि तालाब की भूमि पर किए गए कब्जे और
टीन शेड कों इस हटाया गया है बताया कि बुक्सा जनजाति के लोगों के नाम जो भूमि दर्ज है उस पर अतिक्रमण हुआ है वहीं भूमि की पैमाइश के बाद ही पता चल सकेगा उन्होंने कहा जिन लोगों ने राजस्व की भूमि पर अवैध कब्जा किया है उन्हें चिन्हित कर कार्यवाही अम्ल में लाई जाएगी वहां अजय कुमार ,सतपाल सिंह, नंद गोपाल ,रोशन सिंह ,सूरज सिंह ,गंगा देवी विमला देवी आदि मौजूद थे।
उक्त भूमि के पास अपनी खेती की जमीन पर हल चलाकर खेती कर रहे किसान सरदार गुरमुख सिंह निवासी ग्राम हरीपुर चार नंबर गदरपुर ने लगभग 2 वर्ष पूर्व बताया था कि जब वे एक बार लगभग साठ सत्तर के दशक में अपने खेत पर हल चला रहे थे तो उन्हें बादलों की गड़गड़ाहट के साथ वर्षा होने का अनुमान हुआ,परंतु जब उन्होंने देखा आसमान में तो बादल ही नहीं थे वे एकदम से चौक गये, उनकी नजर इस तालाब पर गई जो कि उसमें बहुत बड़ा और गहरा था मैं सेवादल बनकर आसमान में उड़ रहे हैं और थोड़ी देर में आसपास की खेतों में जमकर बरस गए ।इससे से सिद्ध होता है कि किसी समय यह बहुत बड़ा तालाब होता था और अतिक्रमण के चलते आज तालाब की यह हालत हो गई है अन्य क्षेत्रों में भी तालाब पाटकर अतिक्रमण किये जाने के मामले सामने आ रहे हैं परंतु प्रशासन की लापरवाही से अतिक्रमण कारियों के हौसले बुलंद है । गदरपुर थाने के सामने जिला पंचायत की भूमि पर किए गए अतिक्रमण के 4 वर्ष बीत जाने के बावजूद भी आज तक कोई कारवाई नहीं हुई है । यह सब प्रशासन में शामिल कर्मियों की मिली भगत का नतीजा है । जब बाड़ ही खेत को खा रही हो तो रक्षा कौन करे ?