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रूद्रपुर। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष सीपी शर्मा ने नगर निगम के टेंडर में की गयी धांधली के मामले में निवर्तमान मेयर के खिलाफ कार्रवाई एवं समस्त टेंडर निरस्त कर दोबारा टेंडर करने की मांग की है।मीडिया को जारी बयान में महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने कहा कि नगर निगम में भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस बार बार आवाज उठा रही थी। पूरे पांच साल मेयर का कार्यकाल भ्रष्टाचार में लिप्त रहा। कार्यकाल समाप्त होने से ठीक पहले मेयर ने 13 करोड़ के विकास कार्यों के 100 से अधिक टेंडर फर्जी तरीके से जारी कर दिये। इन फर्जी टंेडरांे के खिलाफ जांच की मांग जिलाधिकारी से की गयी थी। जिसका संज्ञान लेकर जिलाधिकारी ने जांच बैठाई और मेयर द्वारा किये गये टंेडरों में से 56 टेंडरों को निरस्त कर दिया है। जिससे साबित हो गया है कि टेेंडरांे में धांधली की गयी थी।महानगर अध्यक्ष ने कहा कि करोड़ांे के सरकारी धन की बंदरबांट टेंडरों के जरिये की जा रही थी। श्री शर्मा ने कहा कि वर्तमान में जिलाधिकारी नगर निगम के प्रशासक हैं। जिलाधिकारी ने 56 टेंडरों को निरस्त करके अपनी पारदर्शी कार्यशैली का परिचय दिया है। जिसमें जिलाधिकारी का गांधी पार्क को बचाने का कार्य भी सराहनीय रहा है श्री शर्मा ने डीएम से मांग की है कि मेयर के कार्यकाल के अंतिम समय में किये गये 13 करोड़ के सभी टेंडर निरस्त किये जायें और नगर आयुक्त की देख रेख में टेंडर प्रक्रिया की जाएसीपी शर्मा ने कहा कि मेयर ने चुनाव से पहले शहर को कूड़े के ढेर से निजात दिलाने, कल्याण नदी का कायाकल्प करने, नजूल भूमि पर सभी को मालिकाना हक दिलाने का संकल्प लिया था। यही नहीं उन्होंने शहर को इंदौर बनाने की कसम खाई थी। मेयर की ये सभी घोषणाएं हवाई साबित हुयी है। न तो कूड़े का पहाड़ हटा है और नही कल्याणी नदी की हाल सुधरी है। मेयर ने नजूल भूमि पर मालिकना हक नहीं मिलने तक कुर्सी पर नहीं बैठने की कसम खाई थी। इस कसम को भी उन्होंने नौटंकी करके तोड दिया। मेयर कुर्सी पर तो बैठ गये लेकिन उनके कार्यकाल में एक भी गरीब परिवार को नजूल पर मालिकना हक का पट्टा नहीं मिला है। शहर में गरीब व्यापारियों के लिए वेंडिंग जोन की घोषणा भी हवाई साबित हुयी। छोटे व्यापारियों को जगह दिलाना तो दूर मेयर के कार्यकाल में दशकों से बसे राम मनोहर लोहिया मार्केट और समोसा मार्केट के व्यापारियों को भी उजाड़ दिया गया। यही नहीं बस्तियों में नजूल भूमि पर बसे लोगों को पूर्व में बिजली के मीटर दिये जाते थे अब वह भी बंद हो चुके हैं।यही नही सफाई के मामले में रुद्रपुर की रैंकिंग देश में 477 वें नंबर पर और उत्तराखण्ड में सबसे पिछड़े निगम में शुमार होना अपने आप में बहुत कुछ बयां कर रहा है श्री शर्मा ने कहा कि भाजपा के जनप्रतिनिधियों द्वारा रूद्रपुर की गरीब जनता को कभी जी ट्वेंटी के नाम पर कभी सरस मेले के नाम पर ठेली फड़ खोके वालों को लगतार बेवकूफ बनाया जा रहा है उनको दैनिक रोजी-रोटी कमाना भी दूभर हो गया है। जनता सब समझ चुकी है और आने वाले चुनावों में हिसाब चुकता करेगी।

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