
टीएमयू हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, मुरादाबाद के डॉक्टर्स ने 54 वर्षीय महिला की जटिल हृदय सर्जरी करने में बड़ी सफलता हासिल की है। कंसल्टेंट कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जन डॉ. आयुष रिछारिया कहते हैं, एट्रियल मिक्सोमा हृदय में होने वाला एक दुर्लभ ट्यूमर है। इसकी सर्जरी बेहद जोखिमपूर्ण होती है। पाकबड़ा निवासी शीला देवी करीब चार महीने से हृदय कैंसर की समस्या से जूझ रही थीं। पेशेंट को लगातार सांस लेने में परेशानी, चक्कर आना, बेहोशी और चलने-फिरने में कठिनाई जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। दो महीने पहले जांच के दौरान उनके हृदय में ट्यूमर का पता चला, लेकिन उस समय उनकी स्थिति ऑपरेशन के अनुकूल नहीं थी। इस वजह से उन्हें दवाइयों के जरिए इलाज किया गया।


टीएमयू अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञों की टीम ने पांच घंटे तक चले इस ऑपरेशन में ओपन हार्ट सर्जरी करके हृदय से ट्यूमर-एट्रियल मिक्सोमा को सफलतापूर्वक निकाल दिया। सर्जरी करने वाले कंसल्टेंट कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जन डॉ. आयुष रिछारिया ने बताया, आयुष्मान योजना में ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा और पेशेंट तेजी से स्वस्थ हो रही हैं। आराम से सांस ले पा रही हैं। सामान्य रूप से चल-फिर रही हैं। डॉ. रिछारिया की झोली में हार्ट सर्जरी करने का 10 साल का अनुभव है। वह अब तक करीब 500 हार्ट सर्जरी कर चुके हैं। सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. रिछारिया के अलावा डॉ. आयुष, डॉ. रोहित आदि भी शामिल रहे। अस्पताल प्रशासन ने भी इस सफलता को अपनी चिकित्सकीय टीम की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा, यह टीएमयू अस्पताल की उच्च स्तरीय चिकित्सा सेवाओं और आधुनिक तकनीक का प्रमाण है।






