गदरपुर । श्री सनातन धर्म मंदिर बुध बाजार में कार्तिक मास की कथा के आज 21वें दिवस की कथा करते हुए कथावाचक पंडित विजय कुमार शास्त्री जी ने कहा कि गंगा के स्मरण मात्र से मनुष्य के अनेक पाप नष्ट हो जाते हैं, तथा गंगा जी में स्नान करने से मनुष्य के पाप नाश होकर कई कुल परमपद को प्राप्त होते हैं, गंगा स्नान की अभिलाषा करने मात्र से मनुष्य अनेक जन्मों के पापों से मुक्त हो जाता है, यह समस्त संसार माया रुपी बंधन से बंधा हुआ है मगर गंगा इस माया रुपी बंधन से काटने वाली है। गोदावरी, यमुना सरयू आदि सब तीरथ गंगा में स्थित है,मां गंगा की उत्पत्ति भगवान के चरणों से हुई है जिसके स्नान एवं स्मरण मात्र से जन्म जमांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं। प्रभात फेरी की सेवा दो परिवारों वेद प्रकाश सैनी (सैनी टेंट हाउस) तथा राकेश गुप्ता द्वारा अपने निवास पर के पर की गई।
एवं प्रसाद की सेवा मनीष गुप्ता श्रीमती रेखा गुप्ता के परिवार द्वारा दी गई।