अमृत वेले नितनेम जी के पाठ उपरांत श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की बाणी में से सलोक महला ९ का संगती रूप में भाई कुलदीप सिंघ के रागी जत्थे ने कीर्तन किया भाई हरजिंदर सिंघ परचारक उत्तराखंड सिख मिशन एस जी पी सी ने श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी भाई मती दास भाई सती दास एवं भाई दयाला जी का शहीदी प्रसंग सुनाया। श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 57 सलोक 59 शब्द 15 रागों में दर्ज हैं। गुरु तेग बहादुर साहिब जी को एवं तीन सिखों को दिल्ली चांदनी चौक में शहीद किया गया था जहां पर आज कल गुरुद्वारा शीशगंज साहिब सुशोभित है।इस मौके पर भाई परमजीत सिंह गुरुद्वारा प्रधान जत्थेदार सुरेंद्र सिंह नरेश सिंघ लखविंदर सिंह जी अजीत सिंह सुखविंदर सिंह गुरबक्शीश सिंह अमृतपाल सिंह अमरजीत सिंह जरनैल सिंह सरदूल सिंह सिल्वर पाल सिंह आदि उपस्थित थे।