गदरपुर । अमर शहीद धन धन बाबा दीप सिंह जी के जन्मदिन पर गुरुद्वारा शहीद बाबा दीप सिंह पछियापुर जिला रामपुर यूपी में आयोजित गुरमत समागम के दौरान हजारों की संख्या में संगत ने सहभागिता करते हुए अपनी मनोकामनाएं पूर्ण होने पर प्रसाद की सेवा भेंट की । आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ श्री गुरु ग्रंथ साहिब के अखंड पाठ के भोग के उपरांत गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोविंद सर नवाबगंज के रागी भाई हरजीत सिंह द्वारा मनोहर कीर्तन करने के दौरान बसंत राग पर आधारित शब्द गायन करते हुए संगत को आनंदित किया । शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर से आए ढाढी जत्था भाई जसवीर सिंह मोहलले ने बाबा दीप सिंह के जन्मदिन पर उनके जीवन परिचय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब दरबार साहिब श्री अमृतसर पर दुश्मन की फौज द्वारा कब्जा करके बेअदबी करवाई जा रही थी तो बाबा दीप सिंह के साथ सैकड़ो सिख सैनिकों ने संकल्प करके श्री अमृतसर दरबार साहिब को आजाद करवाने का संकल्प लिया और सिर धड़ की बाजी लगाकर श्री दरबार साहिब को आजाद करवाया वही बाबा दीप सिंह का शीश दरबार साहिब अमृतसर से पीछे काफी दूरी पर कट जाने पर उनके साथी ने उन्हें उनका संकल्प याद दिलवाया, तत्पश्चात बाबा दीप सिंह जी ने, बोले सो निहाल सत श्री अकाल का जयकारा बोलते हुए अपने एक हाथ पर अपना शीश और दूसरे हाथ से 15 किलो का खंडा चलाते हुए सैकड़ो दुश्मनों को मौत के घाट उतार कर दरबार साहिब अपना शीश अर्पित किया । वही कविश्री जत्था भाई सतनाम सिंह शौंकी ने बताया कि आज धन-धन बाबा दीप सिंह जी के जन्मदिन पर हजारों की संख्या में देश-विदेश में कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं जुल्म के खिलाफ उनकी शहादत हमारे लिए एक प्रेरणा स्रोत है तदुपरांत कविश्री जत्था भाई देवेंदर सिंघ ताज, कथावाचक भाई रेशम सिंह, नरेंद्रजीत सिंह एवं विक्रमजीत सिंह द्वारा शहीदों की दास्तान पर प्रकाश डालते हुए सभी को गुरु वाले बनने का आह्वान किया इस दौरान ग्रंथी भाई राम सिंह ने सर्वत्र सुख शांति की अरदास एवं भाई अमरिंदर सिंह द्वारा हुकमनामा लेकर संगत को गुरबाणी के अनुसार जीवन जीने के लिए प्रेरित किया । इस मौके पर कार सेवा प्रभारी भाई गुरमीत सिंह, बलविंदर सिंह एवं कुलदीप सिंह सहित हजारों की संख्या में संगत ने सहभागिता की ।