गदरपुर । शिरोमणि भगत नामदेव जी का जन्मदिन गुरबाणी कीर्तन एवं सर्वत्र सुख शांति की अरदास के साथ श्रद्धा भावना से ग्राम केलाखेड़ा में मनाया गया। इस दौरान रागी भाई कुलदीप सिंह और रागी भाई सहजपाल सिंह एवं गुरप्रीत सिंह द्वारा गुरबाणी का गायन करके संगत को गुरु ग्रंथ साहिब जी के उपदेशों से अवगत कराया । उत्तराखंड सिख मिशन काशीपुर के प्रचारक भाई हरजिंदर सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव जी द्वारा भगत नामदेव जी के जन्म स्थान पंढरपुर महाराष्ट्र पहुंचकर उनके शिष्यों से भक्त जी की शब्द के रूप में 61 रचनाओं को प्राप्त किया जिसे गुरु अर्जुन देव जी ने गुरु ग्रंथ साहिब में संपादित करके उन्हें उच्च स्थान प्रदान किया । सिख मिशनरी कॉलेज लुधियाना की गदरपुर इकाई के प्रचारक देवेंद्र सिंघ ने कहा कि भक्त नामदेव जी ने अपने जीवन काल में केवल परमात्मा की भक्ति करते हुए सांसारिक वस्तुओं को नाशवान एवं झूठी बताते हुए केवल अपने मन को परमात्मा की भक्ति में जोड़ कर पवित्र करने का आह्वान किया था । यह प्रसंग आज भी प्रासंगिक है कि नीची जाति का मान कर उन्हें जब धर्म स्थान से बाहर निकाल दिया तो उन्होंने उसे धर्म स्थान के पीछे बैठकर नाम स्मरण शुरू कर दिया तो उस धर्मस्थान का मुख्य द्वार उनकी तरफ घूम गया था जो आज भी ऐतिहासिक रूप में विख्यात है ।इस मौके पर परमजीत सिंह,अजीत सिंह,आत्मजीत सिंह,सुखविंदर सिंह,मनजिंदर सिंह,गुरबख्शीश सिंह, नरेश सिंह,अकालदीप सिंह, सुरजीत सिंह,सुरेंद्र सिंह,प्रभजोत सिंह,अमृतपाल सिंह, संदीप विज,अमरजीत सिंह,अमर कौर , सर्वेश कौर,हरबंस कौर,हरप्रीत कौर,पवनदीप कौर,जैस्मीन कौर, गगनदीप कौर,अमरजीत कौर आदि मौजूद थे ।