कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बने बाजपुर के उपजिलाधिकारी राकेश चंद्र तिवारी ने युवा सांसदों का किया उत्साहवर्धन
बाजपुर। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बाजपुर में युवा संसद प्रतियोगिता-चतुर्थ संस्करण के आयोजन में 54 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया, जिसमें खुशी शर्मा ने लोकसभा अध्यक्ष, महेंद्र सिंह बोहरा ने प्रधानमंत्री, पायल बिष्ट ने गृहमंत्री, इल्मा अंसारी ने पर्यटन राज्य मंत्री, जसविंदर सिंह ने रक्षामंत्री, निशा गोला ने पर्यावरण, जल और जलवायु परिवर्तन मंत्री, सिमरन ने वित्तमंत्री, आकाश सागर ने विदेश मंत्री, उजमा खान ने शिक्षामंत्री, शालिनी शर्मा ने खेलमंत्री की भूमिका निभाते हुए सरकार की उपलब्धियाँ गिनाई एवं आगामी जन योजनाओं की रूपरेखा बताई। वहीं तन्नू ने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका का निर्वहन करते हुए अपने युवा सांसदों राहुल सिसौदिया, सूरज, मिथुन विश्वास, लोकेश चौहान, अंशिका शर्मा, उर्वशी शर्मा, इकरा खान, शिवानी राणा, और शालू के साथ प्रश्नकाल और शून्यकाल में भूख, गरीबी, स्त्री सुरक्षा, मीडिया, युवा आत्महत्या, बेरोजगारी, मंहगाई, श्रम कानून, मजदूर, नव राज्य निर्माण, खेल, कृषि, शिक्षा, विदेश नीति, विदेशी शिक्षा, युद्ध, रेल दुर्घटना, आरक्षण, अकाल और बारिश-भूस्खलन आदि सैकड़ों विषय पर बहुत बेबाकी से संवाद करके सरकार से जवाब माँगा। रवि शर्मा, गुरप्रीत कौर और सलोनी ने सेक्रेटरी जनरल की भूमिका निभाई। छात्रसंघ सचिव आदर्श कुमार और अनुज ने मॉरीशस के युवा सांसदों के रूप में दिखे।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाजपुर के उपजिलाधिकारी श्री राकेश चंद्र तिवारी ने युवा सांसदों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजन से छात्र-छात्राओं में जीवन-समाज और संसद के प्रति रूचि पनपती है। वे लोकसभा और उसकी प्रक्रिया को व्यावहारिक रूप से समझने योग्य होते हैं। महाविद्यालय में अध्ययन के दौरान यह बहुत आवश्यक है कि युवा देश, समाज और संस्कृति पर संवैधानिक दृष्टि से विचार करें। पीसीएस परीक्षा परिणाम में बाजपुर क्षेत्र से किसी भी युवा का चयन न होने पर उन्होंने चिंता व्यक्त की।सेवानिवृत पीसीएस अधिकारी एवं चीनी मिल बाजपुर के प्रधान प्रबंधक श्री हरवीर सिंह ने कहा कि युवा संसद प्रतियोगिता को आवश्यक पहल माना। उन्होंने कहा कि लोकसभा की तरह पक्ष-विपक्ष में पचास से भी अधिक युवा सांसदों को एक साथ देखना सुखद हैं। ऐसे कार्यक्रम वैचारिक समझ को सुदृढ़ करते हैं।सामाजिक चिंतक व शिक्षाविद श्री नरेंद्र खत्री ने कहा कि युवा संसद में युवा छात्र-छात्राओं ने युवा सांसद की भूमिका में जिस प्रकार बहुत करते हुुए दिखे, यकीनन इनसे वास्तविक लोकसभा के नेता-मंत्रियों को कुछ सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत ही शालीन तरीके से पक्ष और विपक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष अपने विचारों को व्यक्त किया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो.केके पांडेय ने युवा सांसद प्रतियोगिता में आए मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि और दर्शक दीर्घा में बैठे सभी आगंतुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि विश्वास नहीं होता कि महाविद्यालय के छात्र-छात्राएँ हर विषय पर गम्भीरता से बोलेंगें।कार्यक्रम का संचालन युवा संसद प्रतियोगिता के नोडल अधिकारी डॉ.खेमकरण सोमन किया। इस अवसर पर डॉ0 रीता सचान, डॉ0 अनिल कुमार सैनी, डॉ0 आदर्श कुमार चौधरी, डॉ0 विकास रंजन, डॉ0 संगीता, डॉ0 जया कांडपाल, डॉ0 दीपा आर्या, डॉ0 जय सिंह, डॉ0 वंदना, डॉ0 अरूण कुमार, डॉ0 ललित कुमार, डॉ0 अतीश वर्मा, यासमीन, जासमीन, सना, सोनम, धुव कुमार, दीक्षा, ईशा, पूनम, सन्ध्या, गुनगुन, गुरप्रीत कौर, छात्रसंघ सचिव, आदर्श कुमार, अनुज, जितेन्द्र सिंह, मन्तशा बी, राखी, प्रवेश, दिव्या, अंजली, सतेन्द्र यादव, डॉ. वंदना खाली, सौरभ, अभिषेक और विश्वविद्यालय प्रतिनिधि विशाल उपस्थित रहे।