गुलारभोज जनजाति आई. टी.आई. की असामाजिक तत्वों द्वारा दो दीवारों को तोड़ कर अतिक्रमण करने की कोशिश की गई, तो आई टी आई अधीक्षक द्वारा शिकायत पर प्रशासन ने शीघ्रता से वहां नई दीवार का निर्माण कराया था। कल रात लगभग 12:15 के आस पास कुछ अराजक तत्वों ने नई दीवार को पुनः फिर से गिरा दिया गया ।आईटीआई अधीक्षक बीरेंद्र कुमार द्वारा दी गई सूचना पर पुलिस प्रशासन ने मौका मुआयना कर जांच शुरू कर दी है।
जनजाति समाज के लिए बनी आईटीआई पर जबरन अतिक्रमण का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। पूर्व में आईटीआई की चारदीवारी तोड़कर अतिक्रमण कर अवैध रास्ता बना दिया गया था। ज्ञात हुआ है कि रास्ते के निमार्ण में विधायक निधि का पैसा लगा है ।जनजाति समाज में ऊक्त घटना क्रम को लेकर काफी रोष है । जनजतीय समिति के पदाधिकारियों ने मामले की शिकायत जनजाति निदेशालय, माननीय जिलाधिकारी व एसडीएम गदरपुर को की थी। राजस्व विभाग से छह सदस्यीय जांच टीम ने जांच रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपी ।रिपोर्ट के आधार पर जनजाति निदेशालय ने तत्काल अतिक्रमण हटाकर वहां नई दीवार बनाने के निर्देश दिए। शुक्रवार को तहसीलदार लीना चन्द्र व पुलिस प्रशासन के नेतृत्व में दीवार बनाई गई थी। वीरेन्द्र कुमार ने पुलिस को दी तहरीर में कहा कि शुक्रवार की देर रात अराजक तत्वों द्वारा निर्मित कराई गई नई दीवार को फिर से ध्वस्त कर दिया गया। सूचना पर सीओ ए आर आर्य, थानाध्यक्ष जसवीर चौहान, सब इंस्पेक्टर गणेश दत्त भट्ट मौजूद रहे ।










