खबर पड़ताल
सीबीएसई सहोदय स्कूल कांप्लेक्स रुद्रपुर प्रोग्रेसिव के बैनर तले 17 जनवरी 2024 को जेसीज पब्लिक स्कूल रुद्रपुर के सभागार में आयोजित वार्षिक सम्मेलन में उधमसिंहनगर एवं नैनीताल जनपद के विभिन्न प्रबंधकों तथा प्रधानाचार्यो ने प्रतिभाग किया। इस सम्मेलन में शिक्षा में तकनीकी प्रगति, शिक्षण-अधिगम में नवीनतम शैक्षणिक दृष्टिकोण, एनईपी और एनसीएफ के अनुसार नवीनतम परिवर्तनों के साथ शैक्षिक प्रदर्शन तथा नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन पर चर्चा की गई । विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों/बोर्डों के प्रसिद्ध वक्ताओं और विशेषज्ञों ने नवीन विचारों को साझा किया। मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। जेसीज पब्लिक स्कूल रुद्रपुर के प्रधानाचार्य ने समस्त कुशल वक्ताओं और विशेषज्ञों तथा विभिन्न प्रबंधकों एवं प्रधानाचार्यो का स्वागत किया।
इस सम्मेलन को सीबीएसई के पूर्व अध्यक्ष श्री जी.बालासुब्रमण्यम , मारिशस विश्वविद्यालय परिषद के शिक्षा मंत्रालय के स्थाई सचिव श्री युधिष्ठिर मनबोध , सीबीएसई के संयुक्त सचिव डॉ. रनवीर सिंह, सीबीएसई के कौशल शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव श्री आर.पी. सिंह ने अपने विचारों से विद्वत परिषद को अवगत करवाया।स्कूली शिक्षा तमिलनाडु के सलाहकार और तमिलनाडु सरकार में पाठ्यचर्या सुधार समिति और परीक्षा सुधार समिति स्कूल शिक्षा के पूर्व अध्यक्ष तथा सीबीएससी के पूर्व अध्यक्ष श्री बालासुब्रमण्यम ने सहोदय स्कूल कांप्लेक्स की महत्ता से परिचित करवाया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार विद्यालयों शिक्षण में आवश्यक बदलाव के विषय में बताया । उन्होंने ज्ञान और कौशल में संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील शिक्षण, डिजिटल योग्यता, अभिनव प्रयोग, सामाजिक भावनात्मक शिक्षण आज के समय की आवश्यकता है।
इस श्रृंखला में दूसरे वक्ता शिक्षा के क्षेत्र में अपने अनुकरणीय योगदान देने वाले, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त श्री युधिष्ठिर मनबोध जो वर्तमान में मॉरीशस में शिक्षा मंत्रालय के स्थायी सचिव के रूप में कार्यरत हैं इसके साथ वह कई मंत्रालयों, विभागों के बोर्डों और समितियों में प्रतिनिधि रहे हैं। वह गुटनिरपेक्ष आंदोलन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि मूल्यपरक शिक्षा आज राष्ट्र की मूलभूत आवश्यकता है । उसके बिना जीवन निरर्थक है। धर्म, कर्म, धैर्य , अनुशासन , सहनशीलता, सरलता तथा जीवन मूल्य शिक्षाप्रणाली की शक्ति, प्रगति और कामयाबी के लिए अनिवार्य आवश्यकता है।इस कड़ी में अगले विशेषज्ञ सीबीएसई के कौशल शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव श्री आर.पी. सिंह जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर सीबीएसई का प्रतिनिधित्व किया है और कौशल शिक्षा को मुख्यधारा में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।उन्होंने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालयों में कौशल शिक्षा को प्रोत्साहन देना चाहिए क्योंकि उससे बच्चों को भविष्य निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान प्राप्त होगा।केंद्र सरकार की शिक्षा प्रणाली से जुड़े होने के नाते अपने कठोर प्रयासों से सरकारी शिक्षा नीतियों और आवश्यकताओं की भावना को शीर्ष पर रखने के लिए खुद को समर्पित करने वाले सी बी सी के संयुक्त सचिव डॉ. रनबीर सिंह ने सभागार में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के माध्यम से समुचित आचरण कर समाज को सही दिशा देनी चाहिए। हम सब ऐसी नई पीढ़ी तैयार करें जो सीबीएसएसी के शताब्दी वर्ष में उत्कृष्टता से परिपूर्ण हो।सहोदय स्कूल कांप्लेक्स रुद्रपुर प्रोग्रेसिव के अध्यक्ष जेसीज प्रबंधन समिति के महासचिव श्री सुरजीत सिंह ग्रोवर ने अपने संबोधन में कहा कि अपने विद्यालयो को उत्कृष्टता के अगले स्तर पर ले जाने और 21वीं सदी का विद्यालय बनाने के लिए इस कांफ्रेंस का महत्वपूर्ण योगदान की आवश्यकता है। हमें विशेषज्ञों के विचारों को आत्म सात कर विद्यार्थीयों की गुणवत्ता बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए। अंत में समस्त वक्ताओं एवं विशेषज्ञों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।