मेघराज और रावण की अंतिम मुलाकात का दृश्य एक बार फिर संजीव हो गया ।
रावण का किरदार निभा रहे विशाल भुड्डी तथा मेघनाथ का किरदार निभा रहे रमन अरोड़ा दोनो ने पूरा किरदार बहुत शानदार तरीके से निभा डाला।
मंचन इतना सजीव था की मानों आंखों के सामने ही सब कुछ घटित हो रहा है।
मेघनाथ भी जानता था यह उसके पिता रावण से मुलाकात है और रावण को भी सच का पता था कि वह सबसे प्रिय पुत्र मेघनाथ को कभी नहीं देख पाएगा।
मेघनाथ जब विदाई लेकर पर्दे से निकलता है तो परदा गिर जाता है। लेकिन रावण का किरदार निभा रहे विशाल भुड्डी वही गिर कर जोर-जोर से रोने लगते हैं।
श्री राम नाटक क्लब के गौरव तनेजा, गुरशरण बब्बर शरनी और बहुत से कलाकार आकर उनको उठाकर ढांढस बंधाते हैं तो बहुत देर बाद वह सामान्य हो पाते हैं।