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तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज की ओर से न्यूक्लियर मेडिसिन में नवीन तकनीक पर न्यूक्लियर मेडिसिन विशेषज्ञ श्री राघवेंद्र नाथ आनंद का अतिथि व्याख्यान

यशोदा अस्पताल और अनुसंधान केंद्र, गाजियाबाद के विकिरण सुरक्षा अधिकारी एवम् न्यूक्लियर मेडिसिन विशेषज्ञ श्री राघवेंद्र नाथ आनंद ने परमाणु चिकित्सा विभाग में हाइब्रिड इमेजिंग पीईटी-सीटी- पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी-कंप्यूटेड टोमोग्राफी के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, यह पीईटी और सीटी का एक कॉम्बिनेशन है। इस स्कैनर की मदद से शरीर में कैंसर की कोशिकाएं किस अंग में फैली हुई हैं? कितनी दूर तक फैली हुई है? इसका साइज क्या है? इसकी सटीक जानकारी मिल जाती है। अब तक कैंसर के जो भी टेस्ट बाजार में मौजूद थे, उसमें पूरे शरीर का स्कैन सही तरीके से नहीं हो पाता था, लेकिन पीईटी-सीटी स्कैन में पूरे शरीर का स्कैन हो जाता है और कैंसर शरीर के किस भाग को प्रभावित कर रहा है इसका पता शुरुआती स्टेज में ही लग जाता है, जिससे इलाज करने में आसानी होती है। श्री राघवेंद्र ने विभाग में काम करने के प्रोटोकॉल भी बताए। न्यूक्लियर मेडिसिन विशेषज्ञ श्री राघवेंद्र नाथ आनंद तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल साइंसेज की ओर से न्यूक्लियर मेडिसिन में नवीन तकनीक पर आयोजित अतिथि व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। गेस्ट लेक्चर में मुख्य अतिथि को पौधा भेंट करके स्वागत किया गया। अंत में सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।

न्यूक्लियर मेडिसिन विशेषज्ञ श्री राघवेंद्र ने हानिकारक विकिरण से बचने के लिए विभिन्न तकनीकों- लेड अप्रेन का प्रयोग, टीएलडी बैच का प्रयोग, सावधानीपूर्वक रेडियोएक्टिव सोर्स प्रयोग करना, पेशेंट को पीईटी-सीटी के बाद अलग कक्ष में रखना, निश्चित टाइम पीरियड तक पेशेंट को बच्चों से दूरी बनाए रखने आदि के बारे में भी गहनात से चर्चा की। इससे पूर्व श्री राघवेंद्र ने बतौर मुख्य अतिथि, कॉलेज ऑफ पैरामेडिकल के प्रिंसिपल प्रो. नवनीत कुमार, आरआईटी विभाग के एचओडी श्री अमित बिष्ट आदि ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित करके गेस्ट लेक्चर का शुभारम्भ किया। दूसरी ओर कार्यक्रम में एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तरी सत्र भी हुआ, जिसमें श्री राघवेंद्र नाथ आनंद ने छात्र-छात्राओं की जिज्ञासा को शांत किय श्री राघवेंद्र ने छात्रों को पीईटी-सीटी इमेजिंग और संबंधित सुरक्षा प्रोटोकॉल के व्यावहारिक पहलुओं पर भी चर्चा की। तकनीक सत्र में रेडियोलॉजी में रोगी प्रबंधन के महत्वपूर्ण पहलुओं, विशेष रूप से ऑन्कोलॉजिकल इमेजिंग के संदर्भ में ज्ञान को विकसित किया। गेस्ट लेक्चर में फैकल्टीज श्री रोशन कुमार, श्रीमती प्रियंका सिंह, श्री दीपक कटियार, मिस रश्मि पांडे, मिस प्राची सिंह, मिस ममता वर्मा के संग-संग बीएससी आरआईटी अंतिम वर्ष एवम् एमआरआईटी प्रथम और अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। संचालन स्टुडेंट भारवी जोशी और पलक ने किया।

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