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गदरपुर। रुद्रपुर के फुटेला अस्पताल में कार्यरत महिला स्टाफ नर्स तस्लीम जहां की बेरहमी से की गई हत्या मामले में फुटेला अस्पताल की पैरवी करना कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु ग़ाबा को भारी पड़ गईं। जिलाध्यक्ष के बयान वायरल होने के बाद लोग तीखी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। जाने अनजाने फिसली जुबान के कारण जिलाध्यक्ष गाबा को काफी किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है। जिलाध्यक्ष के इस बयान को सही प्रकार से पेश करने के लिए कांग्रेसियों को आगे आना पड़ा। उनका कहना था कि वह शुरुआत से ही मृतका को इंसाफ दिलाने के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं और आखरी दम तक करते रहेंगे। जब तक पीड़ित परिवार को इंसाफ नहीं मिल जाता। कांग्रेस इस लड़ाई को जारी रखेगी।वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजेंद्र पाल सिंह के नेतृत्व में दर्जनों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने मृतका तस्लीम जहां के पिता नफीस अहमद से मुलाकात की और उन्हे ढाडस बंधाते हुए कहा कि कांग्रेस परिवार इस दुःख की घड़ी में कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि वह पहले दिन से परिवार को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और तब तक लड़ते रहेंगे जब तक परिवार को इंसाफ नहीं मिल जाता। उन्होंने बताया कि इस संबंध में वह पीड़ित परिवार को लेकर पुलिस के आला अधिकारियों से भी मुलाकात कर चुके हैं और उन्हें पूरा विश्वास है कि जल्द ही मृतका को इंसाफ मिलेगा चाहे इसके लिए उन्हें सीबीआई से ही जांच क्यों न करानी पड़े वह पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि तस्लीम जहां गदरपुर की ही नहीं पूरे उत्तराखंड की बेटी थी। जिसको न्याय दिलाने के लिए लोग जगह-जगह सड़कों पर उतरकर अपना रोष व्यक्त कर रहे हैं। इस दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष हिमांशु गाबा द्वारा बीते दिनों दिए गए बयान को लेकर राजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि सही और गलत के लिए न्यायपालिका मोजूद है। यदि जॉच में फुटेला अस्पताल का कोई भी कर्मी दोषी पाया जाता है। तो वह सजा का हकदार है और यदि अस्पताल दोषी नही पाया जाता तो उन्हें क्लीन चिट मिलेगी। उन्होंने कहा कि में या कोई और इसका फैसला नहीं कर सकता यह तो जांच के बाद ही साफ हो सकेगा। इस दौरान शराफत अली मंसूरी,राजेश बाबा,शैलेंद्र शर्मा,विकास तनेजा सहित कई कांग्रेसी जन मौजूद रहे।

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