
सिख परंपराओं का निर्वाह करने वाले शहीद भाई मनी सिंह एवं भाई तारु सिंह को भी किया नमन


गदरपुर । 1947 में अंग्रेजों द्वारा भारत विशेष कर विशाल पंजाब प्रांत का बंटवारा करके जिसमें से पाकिस्तान का निर्माण करने के उपरांत हुए भयानक दंगों में लाखों की संख्या में हिंदू एवं सिख समुदाय के लोगों के हुए कत्लेआम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पांच वृद्ध महिलाओं को सम्मानित किया गया । सिख मिशनरी कॉलेज लुधियाना की गदरपुर की इकाई के संयोजक देवेंद्र सिंह द्वारा गुरुद्वारा परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सिख धर्म की परंपराओं का निर्वाह करते हुए अन्य शहीद भाई मनी सिंह एवं भाई तारू सिंह को भी नमन किया गया । उन्होंने कहा तत्कालीन पंजाब वर्तमान पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों से त्रासदी झेलते हुए अपने परिवार जनों को खोकर अपनी जान हथेली पर रखते हुए जान बचाकर पहुंची पांच वृद्ध महिलाओं को शाल भेंट कर स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए सम्मानित किया गया जिनमें प्रीतम कौर, वीर वाली, प्रकाश कौर ,गुरबचन कौर एवं बलवीर कौर के परिवार की पीड़ा को सुनते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त किया गया। पीड़ित परिवारों की महिलाओं का कहना था कि अपना घर परिवार छोड़कर खाली हाथ अपने कई परिजनों को गंवाते हुए भारत पहुंचे थे मेहनत मजदूरी करने के उपरांत उनके परिवार के लोगों द्वारा बिना भीख मांगे बिना किसी के आगे हाथ फैलाए मेहनत मजदूरी करते हुए अच्छे मुकाम पर पहुंच कर अपने परिवारों का पालन पोषण किया जा रहा है। इस दौरान कार्यक्रम का संचालन कर रही सेविका समाज सेविका ज्योति अरोड़ा,रश्मि भुसरी द्वारा बुजुर्ग महिलाओं के चरण स्पर्श करते हुए उनका आशीर्वाद प्राप्त किया गया। इस दौरान हरभजन कौर,गुरमीत कौर,स्वीटी चावला,
बेबी,भूपेंद्र कौर,अमरीक सिंह,
जगजीत सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे ।









