पुलिस की कर प्रणाली पर उठ रहे बड़े सवाल

बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में नवाबगंज के बाबा अनूप सिंह का नाम फर्जी रूप से दर्ज किए जाने पर हजारों की संख्या में संगत ने किया मार्च पास्ट एवं रोष सभा का आयोजन पूर्व आई एस आई डॉ,हरबंस सिंह एवं किसान नेता का भी नाम दर्ज करने पर भी आक्रोश
गदरपुर। श्री नानकमत्ता गुरुद्वारा कार सेवा डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में नबावगंज रतनपुरा कार सेवा डेरा प्रमुख अनूप सिंह वीर जी को नामजद किये जाने के विरोध में गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोविंद सर नबावगंज जिला रामपुर उत्तर प्रदेश के गुरुद्वारा सभागार में विशाल रोष सभा आयोजित की गयी। जिसमें वक्ताओं ने अनूप सिंह वीर जी को नामजद किये जाने पर गहरा रोष जताया गया और मामले की निष्पक्ष जांच किये जाने तथा नामजदगी निरस्त किये जाने की मांग की गई। सभा के उपरान्त विशाल मार्च पास्ट निकाला गया जिसमें बेनर पोस्टरों पर वीर अनूप सिंह निर्दोष है और मामले की निष्पक्ष जांच की जाये। लिखा हुआ था।नबावगंज गुरुद्वारा सभागार में आयोजित रोष सभा में विभिन्न जनपदों से हजारो की संख्या में पहुचे सिख समुदाय सहित अन्य समुदाय के लोगों ने नबावगंज रतनपुरा कार सेवा डेरा प्रमुख बाबा अनूप सिंह वीर को नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह हत्या में झूठा नामजद किये जाने पर रोष जताया गया। वक्ताओ ने कहा कि सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह की हत्या बहुत ही दुखद घटना है। इसके लिए हम सब हृदय से उनके लिए न्याय चाहते हैं। लेकिन इस घटना से नवाबगंज रतनपुरा कार सेवा डेरा प्रमुख अनूप सिंह वीर जी का कोई संबंध नहीं है। वह पूर्णतया निर्दोष है। उनका संबंध इस घटना से जोड़ा जा रहा है, जो कि न्याय संगत नहीं है। इस घटना को लेकर काफी रोष व्यप्त है। सभी लोगों को मानना है कि वीर अनूप सिंह निर्दोष है और उन्हें न्याय मिले और हम उनके साथ है। वक्ताओं ने कहा कि पहले सरकार इस पक्ष की जांच करें फिर दोषी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये। वक्ताओं ने कहा कि वीर अनूप सिंह हमेशा सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़कर भाग लेते है और शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका काफी योगदान रहा है। सिख समाज के बच्चों को शिक्षा देने में वह हमेशा प्रयास रत रहते है। वक्ताओं ने कहा कि श्री नानकमत्ता कार सेवा डेरा प्रमुख तरसैम सिंह की हत्या में एक आईएएस एवं किसान नेता का नाम भी जोड़ा गया है वह भी गलत है और उसकी भी निष्पक्ष जांच की जाये। वक्ताओं ने कहा कि हमारे वीर जी जीवन देना जानते है न कि जीवन लेना। रोष सभा में मलकीत सिंह बाजवा, परमजीत सिंह भिंडर, सुरिंदर सिंह संधू, अफजलगढ़, मनप्रीत सिंह संधू पीलीभीत, अस्मिता चौहान अफजलगढ़, दलविंदर सिंह अमरिया, जसविंदर सिंह मलसी, परगट सिंह, ज्ञानी सुरिंदर सिंह, डा. दलजीत सिंह किच्छा, बलजीत सिंह बिट्टू, कश्मीर सिंह, लखविन्दर सिंह, प्रोफेसर कश्मीरा सिंह, नवदीप सिंह अफजलगढ़, लखविन्दर सिंह रामपुर, सुरैन सिंह डॉ अमर सिंह सरदार सिंह, जितेंद्र मिगलानी सहित काफी संख्या में पहुंचे लोगों ने वीर अनूप सिंह को निर्दोष बताते हुए निष्पक्ष जांच करवाये जाने की मांग की गयी। वक्ताओं ने कहा कि देश में जब-जब भी विपत्ति आयी है तो सिख कौम ने सबसे अधिक कुर्बानी दी है। सिख कौम न किसी के आगे झुकी है न ही झुकेगी। अधिकांश वक्ताओं ने कहा कि यदि मामले की निष्पक्ष जांच न की गयी तो सिख समाज इसके लिए वृहद आंदोलन से भी पीछे नहीं रहेगा। रोष सभा के बाद विशाल मार्च पास्ट निकाला गया जिसमें भारी संख्या में पहुंची महिलाओं ने बैनर पोस्टर पर वीर अनूप सिंह निर्दोष है के साथ नारे लगाये गये।








