गदरपुर । धार्मिक कार्यक्रम शुकराना समागम में सिख धर्म की वरिष्ठ जत्थेबंदियों के प्रमुखों
द्वारा सहभागिता करते हुए सिख धर्म के प्रचार प्रसार में योगदान देने वाले वरिष्ठ समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। इंग्लैंड से आए एनआरआई समाजसेवी ग्राम बलखेड़ा निवासी जयदीप सिंह ने बताया कि उनके विवाह की खुशियों को सांझा करने के लिए शुकराना समागम का आयोजन किया गया गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा गदरपुर जिला उधम सिंह नगर उत्तराखंड में सर्वप्रथम श्री गुरु ग्रंथ साहिब को नतमस्तक होते हुए रागी भाई बेअंत सिंह द्वारा गुरवाणी कीर्तन किया गया तत्पश्चात दरबार साहिब श्री अमृतसर के रागी भाई रणधीर सिंह द्वारा बसंत राग पर आधारित ,साध संगत पाइए विश्राम, सदा रिदै जपी प्रभु तेरो नाम।मेरा मन लागा है राम प्यारे दीनदयाल करी प्रभु कृपा वस कीने पंच दूतारे और बसंत चढ़ेया फूली बन राय ,गायन करते हुए संगत को बसंत राग के महत्व एवं गुरबाणी गायन के लाभ के बारे में जानकारी प्रदान की । वहीं दल बाबा विधि चंद संप्रदा सुर सिंह श्री अमृतसर के कथावाचक भाई सुखदेव सिंह ने कहां कि सिख के जीवन में कर्मकांड का कोई स्थान नहीं है नाम जपना ,किरत करना और बांट कर खाना के अलावा उन्होंने संगत को अमृत छककर गुरु वाले बनने का आह्वान किया उन्होंने अपने शरीर को स्वस्थ निरोग रखने के लिए केवल सरब लोहा,तांबा,मिट्टी और पीतल के बर्तनों का अपने भोजन को पकाने के लिए प्रयोग करने का संकल्प करवाया जिससे कि हमारे शरीर से रोगों का निस्तारण हो सके ढाढी जत्था भाई गुरु प्रताप सिंह सुग्गा द्वारा बाबा दीप सिंह और बाबा विधि चंद के अलावा अन्य शहीदों के जीवन पर प्रकाश डालते हुए नव दंपति जयदीप सिंह और ईशा प्रीत कौर को वैवाहिक जीवन आरंभ करने पर आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं प्रदान की। गुरुद्वारा ज्योति स्वरूप श्री फतेहगढ़ साहिब सरहिंद के हेड ग्रंथी भाई अतर सिंह ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन मुखवाक की कथा करते हुए गुरु के आदर्शों पर नतमस्तक होकर चलने का आहवान किया ।इस दौरान स, अवतार सिंह एवं जसवीर कौर के सुपुत्र सिमरन सिंह,हरप्रीत कौर जयदीप सिंह,ईशा प्रीत कौर एवं गुरदयाल सिंह को उनकी समाज सेवा में अग्रणीय भूमिका से प्रसन्न होकर बाबा विधि चंद दल संप्रदा के प्रमुख बाबा अवतार सिंह के सुपुत्र चरणजीत सिंह और बाबा बुडढा दल के बाबा शेर सिंह एवं तरना दल के महंत जी द्वारा सरोपा एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।एक वार्ता के दौरान बाबा चरणजीत सिंह ने सभी संगत को हर प्रकार के नशे से मुक्त होकर,केश रखते हुए अमृत छककर गुरु वाले बनने, गुरबाणी एवं गुरु इतिहास का अध्ययन तथा गतका सहित शस्त्र विद्या ग्रहण करने का आहवान किया । कार्यक्रम के समापन पर गुरुद्वारा बाबा मनोहर सिंह सितारगंज के रागी भाई कुलदीप सिंह के जत्थे द्वारा आनंद साहिब की वाणी का जाप किया गया।इस मौके पर भाई राजेंद्र सिंह,भाई हरजिंदर सिंह,भाई करनैल सिंह,सलविंदर सिंह कलसी,देवेंद्र सिंह,राजेंद्र सिंह,इंदर सिंह,पाल सिंह,पवनदीप सिंह,बलकार सिंह, नरेंद्र सिंह,विचित्र सिंह,कुलदीप सिंह,नरेंद्र सिंह ग्रोवर,अमरीक सिंह,मस्तान सिंह सहित तमाम संगत शामिल रही ।