अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में आमंत्रित कवियों ने किया जनमानस को आनंदित
गदरपुर । आवास विकास के एक बारात घर में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का मुख्य अतिथि उत्तम दत्ता दर्जा राज्य मंत्री उत्तराखंड सरकार कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष गुंजन सुखीजा, विशिष्ट अतिथि रोहित हुड़िया लवली द्वारा सबसे पहले दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।कवि सम्मेलन की शुरुआत सिकंदराराऊ की धरती से आई कवयित्री गीता सिंह गीत की बनी वंदना से हुई। इसके बाद काशीपुर के विवेक ब्याव ने अपनी ओजपूर्ण रचनाओं से सबको ओत प्रोत करते हुए अपनी बात कुछ इस तरह से कही,वक्त थोड़ा बिता के जाना तुम,फर्ज अपना निभा के जाना तुम,राह में यदि मिले शहीद का घर,अपने सर को झुका के जाना तुम दिल्ली के कवि मोहन मुंतजिर ने रामभक्ति पर अपनी बात कुछ इस तरह से रखी – ,सागर में अपने धर्म का पैगाम लिख दिया पत्थर पे वानरो ने श्री राम लिख दिया। मुरादाबाद के हास्य कवि राही मुरादाबादी ने सभी दर्शकों को अपनी हास्य व्यंग्य की रचनाओं से खूब लोटपोट किया ,उनकी नज़रें सीसीटीवी जैसी है मेरी क्या सबकी ही बीवी ऐसी हैं,बाजपुर के कवि डॉक्टर सुरेंद्र जैन ने अपनी रचनाएं कुछ इस तरह से पढ़ी -, भरत भूमि पर रामराज का अब फिर से निर्माण हुआ बलिवेदी पर चढ़कर ही तो शक्ति का सन्धान हुआ उज्ज्वल था संकल्प हमारा और समर्पण भाव प्रबल भव्य मनोहर मंदिर निर्मित भगवा हिंदुस्तान हुआ।मेरठ से आए हास्य कवि डॉ. प्रतीक गुप्ता ने पहले तो अपनी क्षणिकाओ से लोगों को खूब हंसाया बाद में राम मंदिर की बात करते हुए दर्शकों को संजिदगी भी किया -तम की घटा है छटने वाली, हो रहा अब उजाला हैखुल रहा मन की चाबी से बंद पड़ा जो ताला है ढ़ोल नगाड़े ताशे बाजे बज बज कर यह कहते हैं।झूमो मिलकर मेरे राम का मंदिर खुलने वाला है उत्तराखंड के हास्य व्यंग्य के हस्ताक्षर जयंत साह अपनी बात कुछ इस तरह से कही,नाउम्मीद से जो लड़ा है उम्मीद जगाता है वो ही खेला है लहरों से जिसने पार लगाता है वो ही इतना आसान नहीं तमाशबीन बनना इस जहां मेंआंसू की कीमत जो जानता है मुस्कुराता है वो ही।कवि सम्मेलन के अंत में लाफ्टर किंग लपेटे में नेताजी फेम प्रताप फौजदार ने अपनी टाईमिंग , सेंस ऑफ ह्यूमर से गदरपुर के निवासियों को लोट पोट कर दिया। इसके अतिरिक्त उन्नाव से प्रियंका शुक्ला व दिल्ली से विनीत पांडे ने भी अपना अपना काव्य पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. जयंत साह ने किया। कार्यक्रम में ओमियो विश्वास, विजय सिडाना, सलविंदर सिंह कलसी, स्वदेश कुमार, डी पी सिंह, शांतनु त्यागी, दीपक चौहान, जय किशन अरोड़ा, सतीश बत्रा, सुरजीत बत्रा, जसपाल डोगरा, देवेंद्र सिंघ,मनोज राय, विकास सरकार, मुकेश पाल, जुल्फिकार, रोहित बत्रा, गौरव बत्रा,उमर अली,सलीम बाबा,शाकिर अली, शाहनूर अली आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में आयोजक विवेक पवार व सचिन कालरा ने सभी कवियों एवं दर्शकों का आभार व्यक्त किया।








