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गदरपुर । ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री गुरु हरगोबिंदसर नवाबगंज उत्तराखंड/उत्तर प्रदेश में अमावस्या के पर्व पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ के भोग के उपरांत भारी दीवान सजाए गए । कार्यक्रम के समापन पर ग्रंथी भाई जसवीर सिंह द्वारा सर्वत्र सुख शांति की अरदास की गई । दिन भर गुरु का लंगर भी अटूट बांटा गया। गु.श्री गुरु हरगोबिंद सर में आयोजित अमावस्या के कार्यक्रम में रागी भाई हरजीत सिंह और शरणजीत सिंह ने गुरबाणी कीर्तन तथा भाई नरेंद्र सिंह, जसवीर सिंह द्वारा गुरबाणी की व्याख्या एवं ऐतिहासिक पक्ष का वर्णन किया गया। वहीं कवीशर भाई दविंदर सिंह ताज, भाई सुखचैन सिंह और भाई सतनाम सिंह शौंकी के जत्थों ने गुरु गोविंद सिंह जी के पुत्रों,पिता गुरु तेग बहादुर एवं माता गुर्जर कौर की देश एवं धर्म की खातिर दी गई कुर्बानियों का कविता के माध्यम से वर्णन किया । इस दौरान गुरुद्वारा साहिब के मुख्य सेवादार वीर अनूप सिंह ने कहा कि क्षेत्र की संगत का गुरु घर में सेवा करने और हाजिरी लगवाने पर आभार जताया, उन्होंने कहा हर अमावस पर भारी दीवान सजाए जाते है गुरु का लंगर अटूट बांटा जाता है, वही दुकानदारों द्वारा भी दूर-दराज से आकर अपने सामान की बिक्री किए जाने का क्रम जारी है। उन्होंने मीरी पीरी खालसा अकैडमी रतनपुरा में अपने बच्चों को प्रवेश दिलाए जाने की भी अपील की कार्यक्रम का संचालन भाई करमजीत सिंह ने किया।

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